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जो बाइडेन के चुनावी एजेंडे से चीन-पाक को लगेगी मिर्ची, भारत के लिए शुभ संकेत

नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी से इस पद के उम्मीदवार जो बाइडेन के प्रचार अभियान तेज कर दिया है। उन्होंने कहा कि उनका प्रशासन भारत-अमेरिका संबंधों को लगातार मजबूत करने को ”उच्च प्राथमिकता” देगा।

भारतीय-अमेरिकी नागरिकों से संबंधित एक महत्वपूर्ण नीतिगत दस्तावेज में बाइडेन के प्रचार अभियान ने कहा कि उनका मानना है कि दक्षिण एशिया में, एक देश की सीमा से दूसरे देश में या किसी अन्य रूप में आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।

प्रचार अभियान ने कहा कि बाइडेन प्रशासन नियम आधारित और स्थिर हिंद-प्रशांत क्षेत्र का समर्थन जारी रखने पर काम करेगा, जिसमें चीन सहित कोई भी देश अपने पड़ोसी देश को धमकी नहीं दे सकेगा। बाइडेन के प्रचार अभियान ने कहा कि बाइडेन लंबे समय से चली आ रही अपनी इस मान्यता को पूरा करेंगे कि भारत और अमेरिका स्वाभाविक साझेदार हैं। बाइडेन प्रशासन अमेरिका-भारत संबंधों को मजबूत करना जारी रखने को उच्च प्राथमिकता देगा।

यह बयान भारतीयों और 40 लाख भारतीय-अमेरिकियों द्वारा भारत का 74 वां स्वतंत्रता दिवस मनाए जाने के अवसर पर आया है। डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रचार अभियान ने ”भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए जो बाइडेन का एजेंडा जारी किया है। कहा कि भारत और अमेरिका की दायित्वपूर्ण साझेदारी के बिना किसी साझा वैश्विक चुनौती का समाधान नहीं किया जा सकता है।

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इसने कहा कि साथ मिलकर, हम भारत की रक्षा क्षमताओं को मजबूत कर सकते हैं तथा आतंकवाद रोधी साझेदार के रूप में काम कर सकते हैं। स्वास्थ्य प्रणाली को बेहतर कर सकते हैं और महामारी से निपटने में बेहतर कदम उठा सकते हैं। साथ ही उच्चतर शिक्षा, अंतरिक्ष एवं मानवीय सहायता के क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूत कर सकते हैं।

कुछ ही दिन पहले बाइडेन ने भारतीय मूल की अमेरिकी सीटनेटर कमला हैरिस को डेमोक्रेटिक पार्टी से उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया, जिसके बाद यह नीतिगत दस्तावेज जारी किया गया है। दस्तावेज में कहा गया है, कि बाइडेन यह सुनिश्चित करेंगे कि दक्षिण एशियाई अमेरिकियों का उनके प्रशासन में प्रतिनिधित्व हो, यह उपराष्ट्रपति पद के लिए नामित सीनेटर कमला हैरिस के साथ शुरू होता है, जिनकी मां भारत से अध्ययन के लिए आईं और अमेरिका में अपना जीवन संवारा।

इसमें कहा गया है कि हमारी सरकार अमेरिका की विविधता को प्रदर्शित करेगी और भारतीय-अमेरिकी समुदायों को प्रभावित करने वाली नीतियों को आकार देने में उनकी मांग को शामिल किया जाएगा। कोविड-19 से लड़ने से लेकर हमारी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने और आव्रजन की हमारी प्रणाली में सुधार करने तक।

इसमें कहा गया है कि दुनिया के सबसे पुराने और बड़ा लोकतंत्र होने के नाते, अमेरिका और भारत अपने साझा लोकतांत्रिक मूल्यों से आबद्ध हैं: स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव, कानून के तहत समानता और अभिव्यक्ति एवं धार्मिक आचरण की स्वतंत्रता। इसमें कहा गया है कि ये मूल सिद्धांत हमारे राष्ट्रों के इतिहास से लिए गए हैं और भविष्य में हमारी मजबूती के स्रोत रहेंगे।

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दस्तावेज में कहा गया है कि 2006 में बाइडेन ने अमेरिका-भारत संबंधों के भविष्य के लिए अपनी दूरदृष्टि की घोषणा की थी: ‘मेरा यह सपना है कि 2020 में, दुनिया में दो करीबी राष्ट्र भारत और अमेरिका होंगे। प्रचार अभियान ने कहा कि उन्होंने 2008 में भारत-अमेरिका परमाणु समझौते को अमेरिकी कांग्रेस की मंजूरी दिलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

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इसने कहा कि बाइडेन अमेरिका-भारत साझेदारी बढ़ाने एवं विस्तारित करने के प्रबल समर्थक रहे हैं। दस्तावेज में कहा गया है कि पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा-बाइडेन प्रशासन ने संयुक्त राष्ट्र की विस्तारित सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन करने की औपचारिक रूप से घोषणा की थी।

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