बीजिंग| चीन ने टिकटॉक की बिक्री मामले में अमेरिका के बढ़ते दबाव को देखते हुए तकनीक निर्यात कानून में बदलाव किया है। अब टिकटॉक को संचालित करने वाली कंपनी बाइटडांस को अपना कारोबार किसी विदेशी कंपनी को बेचने से पहले नए नियम के तहत चीनी सरकार की मंजूरी लेनी होगी।
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राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राज्य अमेरिका में सुरक्षा चिंताओं के बीच टिकटॉक को किसी अमेरिकी कंपनी को बेचने के लिए बाइटडांस को आदेश दिया है। इस बीच, माइक्रोसॉफ्ट, ओरेकल और वालमार्ट जैसी कंपनियों में इस सौदे में रूचि दिखाई है। सौदे में अमेरिका के साथ ही कनाडा, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया का परिचालन भी शामिल है। कुल मिलाकर इतनी आसानी से चीनी एप को कोई विदेशी कंपनी नहीं खरीद पाएगी।
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ये है चीन का नया नियम :
चीनी सरकार ने अपने 12 साल पुरानी प्रतिबंधित सूची में टेक्नोलॉजी से जुड़े बिजनेस को भी जोड़ दिया है। इसके तहत चीनी कंपनियों को अपना कारोबार किसी विदेशी कंपनी को बेचने से पहले सरकार से अनुमति लेनी होगी। यूनिवर्सिटी ऑफ इंटरनेशनल बिजनेस एंड इकॉनोमी के प्रोफेसर सुई फैन के अनुसार इस नियम का मतलब ये हुआ कि अब बाइटडांस को अपना टिकटॉक एप बेचने से पहले सरकार से अनुमति लेना अनिवार्य है।