नई दिल्ली। अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन के अब सिर्फ 3 दिन रह गए हैं। तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन करने वाले हैं, पूरे देश को इस पल का बेसब्री से इंतजार है।
वंचित वर्ग से आने वाली,गुरु मतंग की शिष्या,श्री राम की परमभक्त माता शबरी का वंशज होने के नाते यह मेरा सौभाग्य है की मेरे जीवनकाल में पुनः मंदिर का निर्माण होने जा रहा है। pic.twitter.com/9JFYBuFqj1
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) August 2, 2020
एनडीए की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने मंदिर निर्माण के फैसले का स्वागत करते हुए खुद को शबरी का वंशज बताया है। चिराग ने कहा कि मैं माता शबरी का वंशज हूं।
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उन्होंने कहा कि भगवान राम का मंदिर मेरे जीवनकाल में बनाना मेरा सौभाग्य है। मंदिर निर्माण न सिर्फ मानव बल्कि समस्त जीव-जंतु, पशु-पक्षी के लिए खुशी और आत्मसंतुष्टि की बात है। चिराग ने कहा कि माता शबरी की भक्ति व प्रेम भाव का असर था कि बिना संकोच के भगवान राम ने प्रेम से उनके झूठे बेर खाए।
उन्होंने कहा कि वंचित वर्ग से आने के बावजूद भगवान राम के मन में माता शबरी के प्रति तनिक भी भेदभाव की भावना नहीं थी। मंदिर निर्माण के साथ-साथ भगवान राम के इन विचारों को अपनाकर एसे समाज का भी निर्माण करना होगा जहां किसी प्रकार का भेदभाव न हो।
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तब तक रामराज्य संभव नहीं है। चिराग ने कहा कि देश में कई जगह आज भी हमें देखने को मिलता है कि दलित समुदाय के व्यक्ति को मंदिर जाने से रोका जाता है। आधुनिक भारत और 21 वीं सदी में इस तरह की घटना पर चिराग पासवान ने अफसोस जताते हुए कहा कि आज भी दलित युवक को अपनी शादी में घोड़ी पर चढ़ने से रोका जाता है। लिहाजा, इस भेद भाव को मिटाए बिना राम राज्य संभव नहीं हो सकता।
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उन्होंने कहा कि हमारा विश्वास है कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के साथ ही भगवान राम की सोच जनता तक जाएगी। एक ऐसा समाज बनेगा जहां किसी के साथ भेद-भाव न हो। राम राज्य की परिकल्पना ऐसी होनी चाहिए जहां, न अमीरी –ग़रीबी, न हिंदू – मुस्लिम और न ही जाति के आधार पर भेदभाव हो।