पटना। लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक और केंद्रीय मंत्री रहे रामविलास पासवान शनिवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। पटना के दीघा स्थित जनार्दन घाट पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। बेटे चिराग पासवान ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस दौरान वह बेहोश होकर गिर पड़े। घाट पर मौजूद लोगों ने उन्हें संभाला। इस दौरान उनकी मां भी भावुक हो गईं।
रामविलास पासवान पंचतत्व में विलीन, बेटे चिराग पासवान ने दी मुखाग्नि
निश्चित तौर पर काफी भावुक कर देने वाला दृश्य था। एक बेटे के सिर से पिता का साया उठ गया। दीघा घाट पर रामविलास पासवान को अंतिम विदाई देने के लिए जनसैलाब उमड़ा था। हजारों की संख्या में लोगों ने नम आंखों से रामविलास पासवान को आखिरी श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर पटना के दीघा घाट पर रामविलास पासवान के अंतिम संस्कार में सीएम नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने दीघा घाट पहुंचकर दिवंगत नेता को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
रामविलास पासवान के अंतिम दर्शन के लिए हजारों की तादाद में जहां लोग उनके आवास पर पहुंचे थे तो वहीँ, पासवान की पहली पत्नी राजकुमारी देवी भी सुबह-सुबह अपने गांव से अंतिम दर्शन को पटना स्थित आवास पहुंच गईं थीं। प्रत्ययक्षदर्शीयों ने बताया कि जैसे ही उन्होंने रामविलास पासवान के शव को देखा था अपने आंसुओं को नहीं रोक पाई और जार-जार रोने लगीं।
बीते शुक्रवार जब पासवान का पार्थिव शरीर पटना एयरपोर्ट पहुंचा तो यहां उनकी बेटी ओर दामाद को अंतिम दर्शन करने की इजाजत नहीं दी गई। जिसके बाद पासवान की बेटी आशा और दामाद अनिल ने राज्य के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी की कार के सामने जमकर हंगामा किया, ये हंगामा उस समय हुआ जब सुशील मोदी, पासवान के अंतिम दर्शन करने आए थे। ऐसे में आशा पासवान और अनिल कुमार साधु का कहना है कि सुरक्षाकर्मी उन्हें अंदर नहीं जाने दे रहे थे।