• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

‘तारीख पे तारीख वाली अदालत नहीं बन सकता सुप्रीम कोर्ट’, सीजेआई ने वकीलों को लगाई फटकार

Writer D by Writer D
03/11/2023
in राजनीति, नई दिल्ली, राष्ट्रीय
0
CJI Chandrachud

CJI DY Chandrachud

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

नई दिल्ली। CJI डीवाई चंद्रचूड़ (CJI DY Chandrachud) ने शुक्रवार को वकीलों को फटकार लगाते हुए साफ कर दिया है कि सुप्रीम कोर्ट को ‘तारीख पर तारीख’ वाली कोर्ट नहीं बनने दे सकते। उन्होंने बार से अपील की है कि मामलों को बहुत जरूरत पर पड़ने पर ही स्थगित किया जाए।

दिन की कार्यवाही शुरू होते ही प्रधान न्यायाधीश ने वकीलों द्वारा नये मामलों में स्थगन की मांग का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि पिछले दो महीनों के अंदर 3,688 मामलों में स्थगन पर्ची दाखिल की गई हैं। जब तक बहुत जरूरी न हो, कृपया स्थगन पर्ची दाखिल न करें।

‘तारीख-पे-तारीख…

न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा और प्रधान न्यायाधीश वाली पीठ ने कहा, ‘हम नहीं चाहते कि यह अदालत तारीख-पे-तारीख अदालत बने।’ गौरतलब है, बॉलीवुड फिल्म ‘दामिनी’ में सनी देओल का मशहूर डायलॉग ‘तारीख-पे-तारीख’ था, जिसमें अभिनेता ने अदालतों में लंबित होते मामलों पर अफसोस जताया था।

प्रधान न्यायाधीश (CJI DY Chandrachud )ने कहा कि नये मामलों को अब सूचीबद्ध करने में समय नहीं लगता है, लेकिन जब वह सुनवाई के लिए आते हैं तो वकील लंबित करने की मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया बाहरी दुनिया को बहुत बुरा उदाहरण देती है।

अखिलेश यादव को तगड़ा झटका, चार बार के सांसद ने पार्टी से दिया इस्तीफा

मुख्य न्यायाधीश (CJI DY Chandrachud ) ने कहा, ‘बार के सदस्यों से मेरा एक अनुरोध है कि आज के लिए 178 स्थगन पर्चियां आई हैं और मैं स्थगन पर्चियों पर नजर रख रहा हूं और मुझे कुछ आंकड़े मिले हैं। बार के सदस्यों द्वारा सितंबर से अक्तूबर तक औसतन प्रतिदिन 150 स्थगन पत्र दिए गए।’

मुख्य न्यायाधीश ने कहा, ‘इन दो महीनों के दौरान 3688 स्थगन पर्चियां मांगी गई हैं। मेरा मानना है कि यह मामले को दाखिल करने से लेकर लिस्टिंग तक की प्रक्रिया में तेजी लाने के उद्देश्य को विफल कर देगा।’

Tags: CJI DY Chandrachudlegal newsSupreme Court
Previous Post

अखिलेश यादव को तगड़ा झटका, चार बार के सांसद ने पार्टी से दिया इस्तीफा

Next Post

फिर आतंकियों ने पुलिस को बनाया निशाना, आत्मघाती हमले में तीन की मौत

Writer D

Writer D

Related Posts

IGI Airport
क्राइम

IGI एयरपोर्ट पर मचा हड़कंप, डिपोर्ट किया जा रहा शख्स इमिग्रेशन से भागा

07/11/2025
Bhupinder Singh Hooda
राष्ट्रीय

भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मुश्किलों में फंसे, मानेसर लैंड स्कैम मामले में चलेगा मुकदमा

07/11/2025
Dhirendra Shastri launches Sanatan Hindu Unity Padyatra 2.0
Main Slider

हमें मुसलमानों से कोई दिक्कत नहीं लेकिन… दिल्ली में बोले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

07/11/2025
Azam Khan-Akhilesh Yadav
उत्तर प्रदेश

अचानक अखिलेश से मिलने पहुंचे आजम खान, सियासी गलियारे में हलचल तेज

07/11/2025
A massive fire broke out in a dyeing company.
क्राइम

भिवंडी में धू-धूकर जली डाइंग कंपनी, फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर

07/11/2025
Next Post
Bomb Blast

फिर आतंकियों ने पुलिस को बनाया निशाना, आत्मघाती हमले में तीन की मौत

यह भी पढ़ें

Neem

इन लोगों को नहीं लगाना चाहिए नीम का पौधा, परेशानियों से घिर जाएगा जीवन

31/10/2025
transfer

यूपी में तीन वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों का तबादला, देखें पूरी लिस्ट

05/06/2021
mutual fund

म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले कर लें टैक्स का आकलन

19/10/2020
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version