जालौन। जिला कारागार के बाहर बुधवार की देर शाम बंदी रक्षक वीरेंद्र प्रताप सिंह ने पीएससी के जवान पर तमंचे से दो गोलियां दाग दी। इस घटना में पीएससी जवान बाल-बाल बच गया। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। फायरिंग की आवाज सुनकर जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर कई पुलिस के आलाधिकारियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद है।
जिले के उरई जिला कारागार के मुख्य गेट पर तैनात 45 बटालियन पीएसी का जवान अभिषेक शर्मा जिला कारागार के बाहर ड्यूटी कर रहा था। जिला कारागार का बंदी रक्षक वीरेंद्र प्रताप सिंह पहुंच गया और वह अभिषेक से किसी बात को लेकर विवाद करने लगा। विवाद इतना बढ़ गया कि वीरेंद्र प्रताप सिंह ने अपने पास रखें तमंचे से अभिषेक के ऊपर एक के बाद एक करके दो फायर कर दिए।
जिसमें अभिषेक ने अपने आप का बचाव करते हुए दौड़ लगा दी। जिससे गिर जाने से उसके हाथ पैर में चोट आ गई। वही इस फायरिंग से जिला कारागार में हड़कंप मच गया। फायरिंग की आवाज सुनते ही जिला कारागार प्रशासन के जवान बाहर आए। जिन्हें देखकर बंदी रक्षक वीरेंद्र मौके से भाग गया। वहीं फायरिंग की जानकारी मिलते ही जालौन के एसपी रवि कुमार, एएसपी राकेश कुमार सिंह, उरई सीओ विजय आनंद मौके पर पहुंचे और उन्होंने घटना की जांच शुरू कर दी।
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इस मामले में जालौन के एसपी रवि कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है कि किस मामले को लेकर यह फायरिंग की गई है। फिलहाल पीएसी के जवान की तरफ से तहरीर ले ली गई है। जिस आधार पर केस दर्ज किया जा रहा है। वही आरोपी बंदी रक्षक की तलाश में पुलिस लगी हुई है।
वहीं इस घटना के बारे में पीड़ित पीएसी जवान अभिषेक शर्मा ने बताया कि वीरेंद्र प्रताप जिला कारागार में ही बंदी रक्षक के पद पर तैनात हैं। वह विवाद के लिए ही आया था और धमकी दे रहा था कि ड्यूटी पर दिखना नहीं चाहिए। जिसका विरोध किया तो वह तमंचा ले आया और उसके ऊपर फायरिंग कर दी। फिलहाल पुलिस ने जिला कारागार की बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है और आरोपी की तलाश में जुटी है।