रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज (Royal Swedish Academy of Sciences) ने अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार 2023 (Nobel Prize for Economics 2023) का एलान कर दिया है। अल्फ्रेड नोबेल (Alfred Nobel) की स्मृति में 2023 के स्वेरिग्स रिक्सबैंक पुरस्कार क्लाउडिया गोल्डिन को देने का फैसला लिया गया है। उन्हें महिलाओं के श्रम बाजार के परिणामों के बारे में हमारी समझ को उन्नत या विकसित करने के लिए यह सम्मान दिया गया है।
पिछले साल तीन अमेरिकी अर्थशास्त्रियों को मिला था सम्मान
रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज (Royal Swedish Academy of Sciences) ने पिछले साल अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize) बेन एस बर्नानके, डगलस डब्ल्यू डायमंड और फिलिप एच डायबविग को दिए थे। इन्हें बैंकों और वित्तीय संकटों पर शोध के लिए सम्मानित किया गया था। तीनों पुरस्कार विजेताओं ने विशेष रूप से वित्तीय संकट के दौरान अर्थव्यवस्था में बैंकों की भूमिका के बारे में हमारी समझ में काफी सुधार किया था। उनके शोध में एक महत्वपूर्ण खोज यह है कि बैंकों के पतन से बचना क्यों महत्वपूर्ण है?
वर्ष 1969 से दिया जा रहा है अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize)
आर्थिक विज्ञान में सेवरिग्स रिक्सबैंक पुरस्कार अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में दिया जाता है। बता दें कि अल्फ्रेड नोबेल ने अपनी वसीयत में अर्थशास्त्र पुरस्कार का उल्लेख नहीं किया था। स्वेरिग्स रिक्सबैंक ने 1968 में पुरस्कार की स्थापना की और रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज को 1969 में शुरू होने वाले आर्थिक विज्ञान में पुरस्कार विजेताओं के चयन का कार्य दिया गया।
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इतना मिलता है पुरस्कार
पुरस्कारों में 11 मिलियन स्वीडिश क्रोनर यानी एक मिलियन अमेरिकी डॉलर या दस लाख डॉलर का नकद पुरस्कार दिया जाता है। धनराशि अवॉर्ड के संस्थापक और स्वीडिश आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल की छोड़ी हुई वसीयत से आती है। 1896 में उनका निधन हो गया था।