शामली। उत्तर प्रदेश के शामली में बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) दफ्तर में शिक्षिका से एक लाख रूपये की रिश्वत (Bribe) लेते एक लिपिक को एंटी करप्शन टीम ने गुरुवार को रंगेहाथ धर दबोचा (Arrested) ।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि निलंबित चल रही शिक्षिका को बहाल करने के एवज में लिपिक ने एक लाख रूपये की रिश्वत (Bribe) मांगी थी। शिक्षिका ने इसकी शिकायत सहारनपुर स्थित एंटी करप्शन विंग से की थी। आज बीएसए कार्यालय में रिश्वत लेते बाबू को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी को आदर्श मंडी पुलिस के हवाले कर दिया गया है। शिक्षिका वीना की तहरीर पर आरोपी परिश्रम सैनी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
शिक्षिका ने बताया कि वह जिले की ऊन ब्लाक के गांव प्रधाननगर विद्यालय में इंचार्ज पद पर कार्यरत थी। उन्हें निराधार आरोपों के चलते निलंबित कर थानाभवन के गांव भैंसानी में अटैच कर दिया गया था। पिछले काफी समय से वो अपनी बहाली के लिए बीएसए कार्यालय के चक्कर काट रही थी। कार्यालय पर तैनात बाबू परिश्रम सैनी ने उसकी बहाली के लिए एक लाख रुपये की मांग की जिसके बाद वीना ने मामले की जानकारी सहारनपुर एंटी करप्शन टीम के अधिकारियों को दी।
टीम के अधिकारियों ने बाबू को रंगे हाथों पकडने की योजना बनायी। गुरुवार को वीना एक लाख रुपये लेकर कार्यालय के निकट स्थित चूना फैक्टरी के पास पहुंच गयी, इसी दौरान कार्यालय का बाबू भी अपनी गाडी में वहां पहुंच गया, जैसे ही वीना ने बाबू को एक लाख रुपये की नकदी थी, तभी एंटी करप्शन की टीम ने उसे मौके पर ही दबोच लिया तथा उससे रिश्वत की रकम भी बरामद कर ली।