दिल्ली, बिहार, हैदराबाद और चेन्नई के बाद अब यूपी के कानपुर में भी बच्चों पर कोवैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल शुरू हो गया है। शहर के 12 से 18 साल के 12 वालंटियर किशोरों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई है।
अब इन्हें 28 दिन बाद को वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई जाएगी। सबसे अच्छी बात यह है कि वैक्सीन लगने के बाद किसी भी बच्चे को कोई तकलीफ नहीं हुई। कानपुर के प्रखर हॉस्पिटल में को वैक्सीन का बच्चों पर ट्रायल किया जा रहा है। इससे पहले भी को वैक्सीन के लिए भारत बायोटेक आईसीएमआर ने प्रखर हॉस्पिटल को क्लीनिकल ट्रायल का सेंटर बनाया था।
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बता दें पहले चरण में 12 से 18 साल के किशोरों को ट्रायल का हिस्सा बनाया गया है। दूसरे चरण में 6 से 12 साल के बच्चों पर क्लिनिकल ट्रायल किया जाएगा। वहीं तीसरे चरण में 2 से 6 साल के बच्चों पर वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल होगा। सभी बच्चों को 28 दिन पर दूसरी डोज लगाई जाएगी। उससे पहले उनके एंटीबॉडी टेस्ट के लिए सैंपल लिए जाएंगे। जिससे पता चल सके कि बच्चों में वैक्सीन लगाने के बाद कितनी एंटीबॉडी और टी सेल्स डिवेलप हुए हैं।
ट्रायल टीम के चीफ गाइड डॉ जेएस कुशवाहा ने बताया कि 50 बच्चों पर ट्रायल किया जाएगा। सभी की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। गौरतलब है कि विशेषज्ञ तीसरी लहर में बच्चों पर अधिक खतरे की आशंका जता रहे हैं। लिहाजा बिहार और दिल्ली एम्स में इसका ट्रायल पहले ही शुरू हो चुका है। ट्रायल सफल होने पर देश में बच्चों का भी टीकाकरण शुरू किया जाएगा।