शिमला। हिमाचल प्रदेश में कुदरत का कहर जारी है। पर्वतीय राज्य में आसमानी आफत से लोगों का बुरा हाल हो गया है। राज्य में एक बार फिर बादल फटने (Cloudburst) की खबर है। रामपुर के दूरदराज एवं पिछड़े गांव कंधार में बादल फटा है, जिसमें तीन मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि मवेशी भी बाढ़ में बह गए हैं। साथ ही तीन अन्य भवनों को भी नुकसान पहुंचा है। हिमाचल प्रदेश में बुधवार से शुक्रवार तक ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
खबरों के अनुसार, शिमला से 100 किमी दूर रामपुर उपमंडल के सरपारा पंचायत के कंधार गांव में अचानक बाढ़ आ गई। भारी बारिश के बाद हां पर दो स्थानों पर फ्लैश फ्लड हुआ और कंधार में एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय भवन, तीन पुराने घर और एक सामुदायिक भवन सहित पांच इमारतें ढह गईं। साथ ही तीन गौशालाएं भी क्षतिग्रस्त हो गईं हैं। बताया जा रहा है कि बाढ़ में 6 गाय, 15 बकरी और भेड़ सहित 21 मवेशी बह गए हैं।
2 बार फटा बादल (Cloudburst)
जानकारी के अनुसार, देर रात अचानक 11 बजे बादल फटा (Cloudburst) और लोगों ने भाग कर अपनी जान बचाई लेकिन मकानों और बगीचों को काफी नुकसान हुआ है। इसके बाद फिर तीन बजे बादल फटने (Cloudburst) से आई बाढ़ ने तबाही मचा कर रख दी। सरपारा पंचायत के प्रधान मोहन कपाटिया ने बताया कि सरपारा पंचायत के कंधार गांव में बादल फटा है।
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उन्होंने कहा कि सरपारा गांव का सपंर्क देश-दुनिया से कट गया है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि मौके पर जाकर स्थिति की जायजा लेने के बाद प्रभावितों को तुरंत राहत दी जाए।
नौ जिलों में बाढ़ का अलर्ट
चंबा, कांगड़ा, सिरमौर, शिमला, बिलासपुर, हमीरपुर, कुल्लू, मंडी व किन्नौर जिले में अगले 24 घंटों के लिए बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है। लोगों को नदी-नालों के किनारे न जाने की हिदायत दी गई है।
स्कूल 28 जुलाई तक बंद
भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए रामपुर बुशहर, जुब्बल, कोटखाई, रोहडू, चौपाल और ठियोग उपमंडल के तहत आने वाले सभी सरकारी व निजी स्कूल 28 जुलाई तक बंद रखने का फैसला लिया गया है। वहीं, सीबीएसई व आईसीएसई से संबद्ध स्कूल विद्यार्थियों व स्टाफ की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अपने स्तर पर फैसला ले सकते हैं।