रायपुर| छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार कहा कि राज्य सरकार राज्य में कोरोना संक्रमण के दौरान प्रत्येक बच्चे तक शिक्षा पहुंचाने के लिए ‘पढ़ई तुंहर पारा’ (पढ़ाई आपके मोहल्ले तक) योजना शुरू करेगी।
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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वतंत्रता दिवस पर शनिवार को राजधानी रायपुर के पुलिस परेड मैदान में आयोजित मुख्य समारोह में ध्वजारोहण किया। बघेल ने जतना के नाम संदेश में कहा,” लॉकडाउन के कारण प्रभावित शिक्षा को निरंतर जारी रखने के लिए हमने ऑनलाइन शिक्षा योजना ”पढ़ई तुंहर दुआर” शुरू की थी, जिसका लाभ 22 लाख बच्चों को मिल रहा है और दो लाख शिक्षक-शिक्षिकाएं इस व्यवस्था से जुड़े हैं।
इस पहल को आगे बढ़ाते हुए अब हम गांवों में समुदाय की सहायता से बच्चों को पढ़ाने के लिए ‘पढ़ई तुंहर पारा’ योजना शुरू कर रहे हैं। इंटरनेट के अभाव वाले अंचलों के लिए ‘ब्लूटूथ’ आधारित व्यवस्था ‘बूल्टू के बोल’ का उपयोग किया जाएगा।
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बघेल ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया कि छत्तीसगढ़ी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में डाला जाए। पत्र लिखा, केंद्र सरकार को अवगत कराया जाता है कि छत्तीसगढ़ी सहित देश की अन्य भाषाओं को आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाना विचाराधीन है। बघेल ने आग्रह किया, ”कृपया इस पर विचार कर राज्य की जनता की भावनाओं के अनुरूप त्वरित और सकारात्मक निर्णय लें।”