Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

कपकोट में नर्सिंग कॉलेज खोलने सहित अन्य घोषणाओं को मिली स्वीकृति

CM Dhami

CM Dhami

हरिद्वार। मुख्यमंत्री (CM Dhami) ने विधानसभा क्षेत्र कपकोट में नर्सिंग कॉलेज खोलने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। इसके साथ ही हरिद्वार आपदाग्रस्त क्षेत्र के घोषणाओं और तीन माह की बिजली स्थगित सहित मुआवजा राशि को सहित अन्य आपदा योजना के लिए भी स्वीकृति दी है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने विधानसभा क्षेत्र कपकोट के ससोला में नर्सिंग कालेज खोलने और कपकोट में स्थित केदारेश्वर स्टेडियम की सुरक्षा के लिए बाढ़ सुरक्षा कार्य करने के लिए स्वीकृति प्रदान की।

हरिद्वार में जलभराव स्वीकृति-

मुख्यमंत्री धामी (CM Dhami)  ने जनपद हरिद्वार के जलभराव वाले क्षेत्रों को आपदा ग्रस्त क्षेत्र घोषित करने की स्वीकृति प्रदान की है। आपदाग्रस्त क्षेत्रों में आगामी 03 माह तक विद्युत, जल व अन्य सरकारी देयकों एवं ऋणों की वसूली को स्थगित रखे जाने की सहमति, आपदाग्रस्त क्षेत्रों में तीव्रता से व्यापक सर्वेक्षण कराकर मानकानुसार तत्काल राहत राशि/ मुआवजा का वितरण सुनिश्चित करने के लिए सहमति दी है।

भारत को युवा पीढ़ी के दम पर ही विश्व गुरु बनाया जा सकता है: सीएम धामी

मुख्यमंत्री (CM Dhami) ने भविष्य में इस प्रकार की आपदा की पुनरावृत्ति को रोकने एवं बचाव के लिए बाढ़ प्रबन्धन योजना पर कार्य करने के साथ ही जल निकासी की व्यापक योजना तैयार करने की स्वीकृति दी है। इसके साथ ही भविष्य में बाढ़ के खतरे को कम करने के लिए नदियों को चौनेलाइज के लिए ठोस कदम उठाने, आपदाग्रस्त क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार स्थायी बाढ़ राहत केन्द्रों का निर्माण संबंधी प्रस्तावों को मुख्यमंत्री की और से अनुमोदन किया गया है।

खटीमा में विभिन्न योजनाओं की स्वीकृति-

मुख्यमंत्री (CM Dhami) ने छात्र-छात्राओं को उच्च स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए उच्च स्तर का ज्ञान प्राप्त करने के लिए खटीमा क्षेत्र में पुस्तकालय तैयार करने, खटीमा में जल भराव से निजात के लिए ड्रेनेज प्लान तैयार करने और चरणबद्ध रूप से नालों का निर्माण और विविध हस्तशिल्पों और हथकरघा क्षेत्र में आजीविका की व्यापक सम्भावना व विकास को ध्यान में रखते हुए कार्य योजना तैयार को स्वीकृति दी है। खटीमा क्षेत्र के आईटीआई व अन्य विषयों के साथ क्षेत्र के हस्तशिल्प व हथकरघा की विशेष कलाओं के संरक्षण एवं विकास के प्रशिक्षण केन्द्र के रूप में विकसित करने को भी स्वीकृति दी है।

Exit mobile version