• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

हरेला पर्व प्रकृति और मानव के सह अस्तित्व को स्मरण दिलाने का दिन है: सीएम धामी

Writer D by Writer D
16/07/2023
in उत्तराखंड, राष्ट्रीय
0
CM Dhami

CM Dhami

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

देहारादून। मुख्यमंत्री (CM Dhami) ने कहा कि हरेला (Harela) सामाजिक सद्भाव का पर्व और ऋतु परिर्वतन का भी सूचक है। यह दिवस प्रकृति और मानव के सह अस्तित्व को स्मरण करने व प्रकृति संरक्षण के हमारे प्रण को पुनः दोहराने का दिन है। इस बार राज्य में हरेला पर्व की थीम जल संरक्षण और जल धाराओं का पुनर्जीवन निर्धारित की गई है। इस दिशा में सभी को योगदान देने के लिए अपील की।

रविवार को हरेला पर्व (Harela) के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज, रायपुर में ‘जल संरक्षण एवं जल धाराओं के पुनर्जीवन’ थीम पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पौधे लगाए। मुख्यमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सराहनीय प्रयास करने वाले स्कूलों एवं वन पंचायतों को सम्मानित भी किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड प्राकृतिक रूप से समृद्ध राज्य है। हरेला एक ऐसा ही पर्व है, जो हमारी प्रकृति से निकटता को और अधिक प्रगाढ़ बनाता है।

हरेला पर्व के अवसर पर मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी  अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज, रायपुर में ‘जल संरक्षण एवं जल धाराओं के पुनर्जीवन’ थीम पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग।

मुख्यमंत्री (CM Dhami) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने सर्कुलर इकोनॉमी पर काफी जोर दिया है। जल संरक्षण के क्षेत्र में भी सर्कुलर इकोनॉमी की बड़ी भूमिका है, जब ट्रीटेड जल को पुनः उपयोग किया जाता है, ताजा जल को संरक्षण किया जाता है तो उससे पूरे इकोसिस्टम को बहुत लाभ होगा।

उन्होंने कहा कि राज्य की गैर हिम नदियों का ग्रीष्म कालीन प्रवाह बहुत कम रह गया है, जिसका प्रमुख कारण जलवायु परिवर्तन है। उत्तराखण्ड में अकेले पेयजल सैक्टर में जल की आवश्यकता की गणना की जाये, तो वर्ष 2052 की सम्भावित जल की मांग लगभग 1980 एम.एल.डी. आंकी गयी है, जो कि लगभग 23 क्यूमेक्स है। राज्य में मांग के सापेक्ष शतही श्रोतों पर आधारित मांग 70 प्रतिशत है, जो कि लगभग 1400 एम.एल.डी. ही है। कई विभागों द्वारा स्प्रिंगशेड सोर्स रिजूनिवेशन, कैचमेन्ट एरिया, सोर्स सस्टेनबलिटी, चाल-खाल, चैक डैम, कन्टूर ट्रैन्च आदि के कार्य कराये जा रहे है, जिसके अच्छे परिणाम भी सामने आये है। ऐसे में पूरे प्रदेश में एक मॉडल प्लान तैयार कर कार्य किये जाने की आवश्यकता है। इंडस्ट्री और खेती दो ऐसे क्षेत्र हैं, जिसमें पानी की आवश्यकता अत्यधिक होती है, इन दोनों क्षेत्रों को मिल कर जल संरक्षण अभियान चलाना होगा और लोगों को जागरूक करना होगा।

हरेला पर्व के अवसर पर मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी  अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज, रायपुर में ‘जल संरक्षण एवं जल धाराओं के पुनर्जीवन’ थीम पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग।

मुख्यमंत्री (CM Dhami) ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में पिछले 9 साल से जो भी प्रमुख विकास योजनाएं संचालित हो रही हैं, उन सभी में किसी न किसी रूप से पर्यावरण संरक्षण के साथ ही जल संरक्षण का भी संदेश है। जल संरक्षण की दिशा में प्रधानमंत्री द्वारा देशभर में अमृत सरोवर की शुरुआत की गई है। अमृत सरोवर योजना के तहत जिला स्तर, नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जर्जर हो चुके तालाबों का जीर्णोद्धार कर इन्हें पुनर्जीवित किया जा रहा है।

इस वर्ष 08 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य –

वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि हरेला पर्व के उपलक्ष्य में इस वर्ष प्रदेश में 08 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। यह अभियान 15 अगस्त तक चलेगा। पौधरोपण के साथ ही उनके संरक्षण की दिशा में विशेष ध्यान दिया जायेगा। जिस सेक्टर में वृक्षों का सक्सेस रेट सबसे अधिक होगा, उस सेक्टर के वन दारोगा को सम्मानित किया जायेगा। 15 अगस्त को 1750 गांवों में 75-75 पेड़ लगाये जायेंगे।

सीएम धामी ने हरेला पर्व पर लगाया आम का पौधा,बोले-प्रकृति संरक्षण और संवर्द्धन का पर्व है

वन मंत्री ने कहा कि जल स्रोतों के पुनर्जीवन की दिशा में भी विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से अपील की कि पर्यावरण के संरक्षण में सभी को एकजुट होकर कार्य करना होगा। उन्होंने अपील की कि पौधे लगाकर सेल्फी विद प्लांट पोस्ट करें, जिससे हम अपनी भावी पीढ़ी को बता सकें कि हमने पर्यावरण संरक्षण के लिए क्या योगदान दिया।

इस मौके पर सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, विधायक उमेश शर्मा काऊ, मेयर सुनील उनियाल गामा, प्रमुख सचिव आर.के सुधांशु, प्रमुख वन संरक्षक (हॉफ) अनूप मलिक एवं वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

Tags: cm dhamiharela festivalNational newsUttarakhand News
Previous Post

सीएम योगी ने श्री झूलेलाल मंदिर का किया लाेर्कापण

Next Post

सोमवती अमावस्या पर योगी सरकार श्रद्धालुओं पर विमान से करायेगी पुष्पवर्षा

Writer D

Writer D

Related Posts

Draupadi Murmu
Main Slider

राष्ट्रपति के अभिभाषण में निखरे महिला उत्थान के रंग

03/11/2025
Draupadi Murmu
Main Slider

25 वर्षों की यात्रा के दौरान उत्तराखंड ने हासिल किए विकास के प्रभावशाली लक्ष्य:

03/11/2025
CM Dhami
राष्ट्रीय

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा सत्र के बाद किया एफआरआई का दौरा

03/11/2025
CM Yogi
Main Slider

इंडी गठबंधन के पप्पू, टप्पू और अप्पू को नहीं दिख रहा विकास- सीएम योगी

03/11/2025
10 people died in a road accident
Main Slider

सड़क पर दौड़ती मौत ! डंपर ने 10 गाड़ियों को रौंदा, सड़क पर बिछ गई लाशें

03/11/2025
Next Post
Yogi

सोमवती अमावस्या पर योगी सरकार श्रद्धालुओं पर विमान से करायेगी पुष्पवर्षा

यह भी पढ़ें

murder

50 से अधिक महिलाओं के साथ दुष्कर्म कर चुके तांत्रिक की तलवार से काट कर हत्या

01/03/2021
share market

गिरावट पर लगा ब्रेक… बाजार हुआ गुलजार, सेंसेक्स और निफ्टी उछले

26/07/2024

अपने सीएम को थैंक्स कहना कि मैं एयरपोर्ट जिंदा लौट पाया, अधिकारियों से बोलें पीएम मोदी

05/01/2022
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version