देहरादून। राज्य में चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) के शुरुआती चरण में उमड़ रही अप्रत्याशित भीड़ को नियंत्रित करने के साथ यात्रियों को मूलभूत सुविधाओं की सुगमता के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) और उनकी टीम ने मोर्चा संभाला है। इसके परिणामस्वरूप अब यात्रा सुगम व सुचारू रूप से चल रही है। टीम धामी के कई आला अधिकारी चारधाम यात्रा मार्गों पर डटे हैं।
गुरुवार को मुख्यमंत्री धामी (CM Dhami) हरियाणा में चुनावी दौरे पर थे लेकिन हालातों की नाजुकता को भांपते हुए धामी दोपहर में ही देहरादून लौट आए और यहां उच्च स्तरीय बैठक ली। मुख्यमंत्री ने बैठक में स्पष्ट कहा कि बगैर पंजीकरण के आ रहे यात्रियों को लौटाया जाए, परिवहन विभाग इसकी जगह चेकिंग करे। धामों की क्षमता के लिहाज से ही यात्रियों को भेजा जाए और जहां उन्हें होल्ड करने की आवश्यकता पड़ रही है, वहां उन्हें मूलभूत सुविधाएं जैसे भोजन, पानी, पार्किंग इत्यादि की व्यवस्था की जाए। धामी ने शुक्रवार को भी सचिवालय में अपने अधिकारियों के साथ बैठक की और सीधा ग्राउंड जीरो पर जायजा लेने के लिए बड़कोट पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री धामी (CM Dhami) ने कहा कि इस बार अप्रत्याशित रूप से भीड़ उमड़ रही है लेकिन टीम के प्रयासों से यात्रा को व्यवस्थित कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था के लिहाज से भी यात्रा बेहद महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री धामी (CM Dhami) के निर्देशों पर पहले ही उनके सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम से लेकर अन्य अधिकारियों को उत्तराकाशी, रुद्रप्रयाग जिलों में तैनात किया गया है। इसका नतीजा यह हुआ कि स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर चीजों को व्यवस्थित करने में मदद मिली। मुख्यमंत्री की बैठक का असर यह हुआ कि 24 घंटे बीतने से पहले ही तमाम स्थानों पर यात्रा काफी हद तक सुचारू रूप से संचालित होने लगी है। बड़ी संख्या में पहुंच रहे यू ट्यूबर के लिए दिशा निर्देश जारी कर धामों के 50 मीटर के दायरे में रील बनाने प्रतिबंधित लगा दिया गया है।
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उल्लेखनीय है कि चारधामों के 10 मई व 12 मई को कपाट खुलने के बाद से इस बार यात्रियों की संख्या नया रिकॉर्ड बना रही है। यात्रियों की सुगम, सुरक्षित व निर्बाध यात्रा के लिए धामी सरकार लगातार निगरानी कर रही है। गत वर्ष जब कपाट यमुनोत्री धाम के कपाट खुले थे तो कुल 6,838 श्रद्धालु आए थे, जबकि इस वर्ष कपाट खुलने वाले दिन दोगुना यात्री 12,193 यात्री पहुंचे। इसी तरह केदारनाथ धाम में गत वर्ष कपाट खुलने पर 18,335 पहुंचे थे जबकि इस वर्ष लगभग 75 प्रतिशत ज्यादा लगभग 29 हजार श्रद्धालु मौजूद थे।