उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सीएम कैम्प कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने लाभार्थी महिलाओं को महालक्ष्मी किट का वितरण किया।
मुख्यमंत्री ने चयनित लाभार्थी माताओं और नवजात शिशुओं को महालक्ष्मी किट वितरित किये। सीएम ने यमुना कॉलोनी भूड़गांव की सुशीला को मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट देकर योजना का शुभारंभ किया। पूरे राज्य में समस्त जनपदों के कुल 16929 लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश मे अगले एक महीने के भीतर सभी 6000 गांव इंटरनेट से जुड़ेंगे। वहीं अगले तीन से चार महीने के भीतर उत्तराखंड देश का पहला राज्य होगा जहां शत प्रतिशत लोगों का कोविड-19 टीकाकरण होगा। महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि प्रसव के बाद मां और कन्या शिशु की देखभाल को प्रोत्साहित करने के लिए इस योजना को शुरू किया गया है।
योजना के तहत प्रसव के बाद महिला को प्रथम दो बालिकाओं के जन्म पर एक-एक मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट एवं जुड़वा बच्चियों के जन्म पर महिला एवं बच्चों को अलग-अलग किट दिए जाएंगे।
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मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना मे आवेदन हेतु आवश्यक शर्ते
>> आंगनबाड़ी केंद्र पर पंजीकरण
>>सरकारी अथवा प्राइवेट माता—शिशु रक्षा कार्ड की प्रति
>> संस्थागत प्रसव प्रमाण पत्र (यदि किसी आकस्मिक कारणवश रास्ते में या घर में प्रसव है हुआ है तो तद्विषयक आंगनवाडी कार्यकर्त्री/ मिनी कार्यकर्त्री/आशा वर्कर / चिकित्सक द्वारा जारी प्रमाण पत्र)
>> परिवार रजिस्टर की प्रति
>> प्रथम द्वितीय / जुड़वां कन्या के जन्म हेतु स्वप्रमाणित घोषणा
>> नियमित सरकारी /अर्धसरकारी सेवक तथा आयकरदाता न होने विषयक प्रमाण पत्र।
प्रदेश में पात्र लाभार्थियों तक योजना का लाभ पहुंचे इसके लिए लोगों को इसके प्रति जागरूक करने की जरूरत है। विभाग की कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा लोग योजना से जुड़ें।
-रेखा आर्य, महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास राज्यमंत्री