लखनऊ। सीएम योगी (CM Yogi) ने वन ट्रिलियन इकॉनमी के विषय पर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को आईना दिखाया और चर्चा की चुनौती भी दी। उन्होंने कहा कि मैं कह रहा हूं कि वन ट्रिलियन डॉलर को लेकर 36 घंटे की चर्चा हो जाए। लेकिन आप तो सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर भी बात करने के लिए सदन में नहीं रुके और पलायन कर गए थे। आप समस्याओं को छिपाते थे तो समाधान क्या निकालते। हमने समस्याओं को स्वीकारा भी और उसका समाधान भी निकाला। समस्या का समाधान इस बात पर निर्भर करता है कि आपका सलाहकार कैसा है। याद रखना, दुर्योधन के पास शकुनी थे और अर्जुन के पास श्रीकृष्ण। इनकी रुचि का विषय यूपी का विकास कभी रहा ही नहीं। इनके एजेंडे का हिस्सा, गांव, किसान, नौजवान, इन्फ्रास्ट्रक्चर नहीं है। इनके विजन का हिस्सा व्यक्तिगत विकास है। अगर इनके पास विजन होता तो यूपी नंबर वन हो गया होता।
डबल इंजन की सरकार ने यूपी की इनकम को किया डबल
सीएम योगी (CM Yogi) ने विधान सभा में कहा कि नेता विपक्षी दल मुझसे ये पूछ रहे थे कि यूपी की इकॉनमी क्या वन ट्रिलियन डॉलर की हो पाएंगी। उन्हें शक इसलिए है कि 1947 से 2017 तक इनके पास कोई विजन ही नहीं था। डबल इंजन सरकार के कार्यों का परिणाम है कि हमें यूपी की इनकम को दोगुना करने में सफलता मिली है। सबके संयुक्त परिश्रम से प्रदेश की जीडीपी दोगुनी हो चुकी है। 2017 में यूपी ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मामले में 14वें नंबर पर था आज ये दूसरे नंबर पर है।
आपके जनरल नॉलेज पर मुझे तरस आता है
सीएम (CM Yogi) ने कहा कि आप पूछते हैं कि वॉटर वे कहां है। आप बलिया, वाराणसी और गाजीपुर जाएं और देखें कि वाटर वे का उपयोग हो रहा है या नहीं। यूपी के पोटेंशियल को आगे बढ़ाने के लिए वॉटर वे अथॉरिटी का निर्माण इस कार्यवाही को आगे बढ़ाने के लिए ही हुआ है। उन्होंने कहा कि आश्चर्य होता है कि नेता प्रतिपक्ष पूछते हैं कि यूपी में फ्रेट कॉरीडोर कहां पर है।
आपके इस जनरल नॉलेज पर मुझे तरस आती है। दोनों डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का जंक्शन उत्तर प्रदेश में है। बोड़ाकी और दादरी में मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर का निर्माण कराया जा रहा है। मल्टी मॉडल फ्रेट विलेज का कार्य वाराणसी में तेज गति से चल रहा है। जनता जानती है कि आप लोग बोलते कुछ और हैं और करते कुछ और, इसीलिए जनता ने आपको हमेशा जवाब दिया है।
आपको यूपी का विकास नहीं दिखता
सीएम योगी (CM Yogi) ने अंत में कहा की क्या बदलाव आपको नहीं दिख रहा। यूपी के बारे में देश दुनिया की जो धारणा बदली है वो आपको नहीं दिखती। आपको इन्फ्रास्ट्रक्चर नहीं दिखता। यूपी के परसेप्शन को आपने बिगाड़ने का काम किया। नौजवानों के सामने पहचान का संकट खड़ा किया था। हमने इसे बदलने का काम किया है।
एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि डकैती में 80 प्रतिशत, लूट में 69 प्रतिशत, हत्या में 40 फीसदी की कमी, बलवा में 61 फीसदी, रोड होल्डअप में 100 प्रतिशत, फिरौती के लिए अपहरण में 70 फीसदी की कमी आई है। आपके समय में डीजीपी नहीं बल्कि सामान्य जिलाधिकारी का कार्यकाल 6 माह था जो आज बढ़कर 18 महीने हो गया है।