लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को यहां लोक भवन में लोक सेवा आयोग से चयनित नायब तहसीलदारों एवं एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग के प्रवक्ता व सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र वितरित किया। इस मौके पर शिक्षा मंत्री व उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा, राज्य मंत्री गुलाबो देवी समेत शासन के अन्य अधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने नव चयनित अभ्यर्थियों से बात की। साथ ही विपक्ष पर करारा हमला भी बोला।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि नवचयनित अभ्यर्थियों को बधाई देता हूं। अपनी शुभकामनाएं देता हूं। नायब तहसीलदारों की महती भूमिका होती है। आम जन और राजस्व प्रशासन के बीच एक कड़ी का काम करता है। राजस्व की व्यवस्था से जुड़ी हुई महत्वपूर्ण कड़ी है। विवाद के लगभग 60 फ़ीसदी मामले राजस्व से जुड़े होते हैं। खासकर गांव में यह समस्या और ज्यादा होती है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस समस्या का समाधान करने की कोशिश की है। प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना को अगर इमानदारी पूर्वक लागू कर दिया जाएगा तो बहुत सारी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। अब तक उत्तर प्रदेश में इस योजना के तहत जिस व्यक्ति का जहां पर आवास है, ऐसे करीब 24 लाख परिवारों को लाभ पहुंचा चुके हैं। माफियाओं के कब्जे से भूमि मुक्त कराई गई है।
पाकिस्तान से निकाले गए 63 बंगाली हिन्दू परिवारों को कानपुर में भूमि और आवास उपलब्ध कराए हैं। पहले यह मेरठ में रह रहे थे। आजादी से अबतक उन्हें मकान नहीं मिल पाया था।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो लोग मेहनत करने वाले हैं, उन्हें पूरी स्वच्छता पारदर्शिता के साथ नौकरी मिली है। 2017 के पहले नियुक्ति निकलती थी तो चाचा, भतीजा, भांजे, महाभारत के सभी रिश्ते वसूली पर निकल पड़ते थे। गांव-गांव में झोला लेकर वह वसूली करने के लिए निकल पड़ते थे। वसूली हुआ करते थे और बाद में अधिकारी फंसते थे। अगर पहले भी पारदर्शी व्यवस्था के तहत नौकरियां दी गई होती तो यहां सभागार में बैठे बहुत सारे अभ्यर्थी पांच साल पहले, सात साल पहले नौकरी पा गया होता।
पहले उत्तर प्रदेश के बारे में कहा जाता था कि उत्तर प्रदेश देश के विकास में बाधक बन कर खड़ा है। आज उत्तर प्रदेश हर क्षेत्र में अग्रणी राज्य के रूप में अपनी पहचान बना चुका है। उत्तर प्रदेश सबसे अधिक एक्सप्रेसवे बनाने वाला प्रदेश है, सबसे अधिक एयरपोर्ट और मेडिकल कॉलेज बनाने वाला प्रदेश बन गया है। सबसे अधिक गरीबों को मकान देने के मामले में उन्हें भी उत्तर प्रदेश आगे है। यह तभी संभव हो सका है जब सोच ईमानदार है। जब सोच ईमानदार है तो काम दमदार दिखाई दे रहा है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग ने इस साढ़े चार सालों में अनेक कीर्तिमान स्थापित किए हैं। नकल विहीन परीक्षा आयोजित कराने, समय पर सत्र शुरू करने से लेकर पठन-पाठन तक में उच्च कोटि का सुधार हुआ है। प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा में मिलाकर एक लाख 75 हजार शिक्षकों की भर्ती की जा चुकी है।
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चयनित अभ्यर्थियों में साधना, कमलेंद्र प्रताप सिंह, आदित्य समेत अन्य से बातचीत भी किया। उन्होंने नवचयनित अभ्यर्थियों से कहा कि अगर भर्ती प्रक्रिया के दौरान किसी ने कोई घूस की मांग तो नहीं की ? किसी सिफारिश की जरूरत तो नहीं पड़ी ? उसके बारे में आप बता सकते हैं। इस पर अभ्यर्थियों ने उन्हें आश्वस्त किया कि पूरी भर्ती प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार से कोई लेन-देन की बात किसी ने नहीं की है।