2017 से पहले जहां हर व्यक्ति मानकर चलता था कि यहां कुछ नहीं हो सकता। लोगों के लिए यहां से पलायन मजबूरी थी। राजस्व मामलों में न्याय मिलना बहुत कठिन चुनौती थी। वहां आज एक-एक व्यक्ति को न्याय मिल रहा है। पहले लोग तहसील व एसडीएम तक जाते-जाते थक जाते थे। हम लोगों ने अभियान चलाया और आज राजस्व के मामलों में त्वरित निदान मिल रहा है। ये बातें शुक्रवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कही।
वह यूपीपीएससी द्वारा आयोजित सम्मिलित राज्य व प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा-2019 में चयनित नायब तहसीलदारों को नियुक्त पत्र वितरण समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि राजस्व के मामलों का निस्तारण हो जाय तो आधे से अधिक विवाद खत्म हो जाय। हम आभारी है प्रधानमंत्री के कि भूमि पर पट्टा देने का काम शुरू किया। हम इस कार्य में भी आगे चल रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 110 को सफलता पूर्वक माना गया। आपके सबके सामने पहली बार आयी होगी, जब आपको इमानदारी से किये गये परिश्रम के साथ न्याय किया गया। 2017 से पहले भी आप लोग अलग-अलग परीक्षाएं दिये होंगे, लेकिन चयन नहीं हुआ होगा, क्योंकि व्यवस्था में खोट थी। सुयोग्य लोगों को अवसर नहीं मिलता था। प्रतिभावान उस समय निराश होता था, पलायन करने को विवश होते थे। लेकिन अब प्रतिभावानों का सम्मान मिलता है।
68 साल बाद फिर एयर इंडिया की वापसी, टाटा ग्रुप ने लगाई सबसे ज्यादा बोली
उन्होंने कहा कि अब प्रसन्नता है कि अब साढ़े चार लाख नौजवानों को उचित सेवा का अवसर दिया गया है। राजस्व विभाग मेरे पास ही है लेकिन मुझको नहीं मालूम कि किसको कहां नियुक्ति होनी है। हमने प्रक्रिया को ऐसी बनायी है कि हर एक व्यक्ति को चयन की प्रक्रिया से पोस्टिंग तक कहीं भी सिफारिश की आवश्यकता नहीं है। उसे मेरिट के आधार पर नियुक्ति मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से अपना कार्य करेगा तो उसके जीवन में परिणाम जरूर सामने आएंगे। 2017 के पहले भी लोगों के मन में भावना थी कि यहां कुछ नहीं हो सकता। उप्र में राजस्व मामलों में न्याय मिलना बहुत कठिन चुनौती थी। आज वहीं अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर रहा है। आप लोगों ने देखा होगा कि कैसे एक-एक व्यक्ति को न्याय मिल रहा है। किसी को किसी के पास जाने की आवश्यकता नहीं। किसी भी पोस्टिंग में कोई लेन-देन की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि उप्र के नौजवानों के लिए पारदर्शी सेवा का अवसर प्राप्त हुआ है। आज उप्र देश के अंदर सबसे अच्छा गंतव्य स्थल है। आज हम उनमें खड़े हैं कि दुनिया का कोई निवेशक यहां निवेश कर सकता है। हमलोग 2017 से आज कहां पहुंच गये हैं। पहले की अपेक्षा आय को बढ़ाने में हमने काफी सफलता हासिल की है। प्राइवेट हो या सरकारी सेक्टर दोनों में आज काफी प्रगति हुई हैं। साढ़े चार वर्ष में अपने प्रदेश की आय दोगुनी हो गयी है। यह दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा है। पहले देशम में 44 महत्वपूर्ण योजनाओं में हमारा प्रदेश नम्बर एक पर है। यह इसलिए है कि हमारे नौजवानों ने यहां प्रगति किया। अपनी ईमानदारी के साथ काम किया।