गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने श्री हनुमान मंदिर, पुराना गोरखपुर के महंत प्रेमदास के (Mahant Premdas) ब्रह्मलीन होने पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महंत जी का आकस्मिक निधन संत समाज की अपूरणीय क्षति है। लगभग चार दशक से अधिक समय तक महंत प्रेमदास ने गोरखपुर में रहकर श्री हनुमान मंदिर के माध्यम से न केवल सनातन धर्म की सेवा की अपितु आने वाले संतों, श्रद्धालुओं को भी उनका सान्निध्य लंबे समय तक प्राप्त हुआ।
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श्रीरामनवमी की पावन तिथि को वे अपने भौतिक शरीर को छोड़कर श्रीराम के परमधाम को प्रस्थान कर गए।
मुख्यमंत्र ने प्रभु श्रीराम से दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान देने की कामना करते हुए महंत प्रेमदास के सभी सहयोगियों, संतों और भक्तों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।