गोरखपुर। गोरक्षपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) बतौर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा मकर संक्रान्ति के अवसर रविवार को देर रात को सूर्य के तड़के मकर राशि में प्रवेश होने पर शिवावतारी बाबा गोरक्षनाथ को सबसे पहले खिचड़ी चढ़ायी जायेगी।
खिचड़ी चढ़ने के लिये पूर्वी उत्तर प्रदेश समेत बिहार, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, गुजरात तथा अन्य प्रान्तों के अलावा पड़ोसी देश नेपाल से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का जनसैलाब गोरखनाथ मंदिर में एकत्र होते हैं। प्रतिवर्ष 14 या 15 जनवरी को सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के साथ ही नाथ सम्प्रदाय के प्रसिद्ध शिवावतारी गोरक्षनाथ मंदिर में परम्परागत रूप से खिचड़ी चढ़ीने का क्रम शुरू हो जाता है। निर्धारित मुहूर्त में सबसे पहले गोरक्षपीठाधीश्वर द्वारा खिचड़ी चढ़ायी जाती है।
श्रद्धालु मंदिर परिसर में स्थित भीम सरोवर में पहले स्नान करते हैं और उसके बाद योगी गोरखनाथ का दर्शन करने के बाद खिचड़ी चढ़ाते हैं। इस भीम सरोवर में देश के सभी पवित्र नदियों का पानी डाला गया है। मकर संक्रांति के तैयारियों के सिलसिले में शहर के चौराहों तथा गलियों में चूड़ाए लाईए पट्टीए तिलकुट तथा गजक की दुकानें सजी है। मकर संक्रान्ति का पर्व पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार तथा पड़ोसी देश नेपाल में यह पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।
आगरा का तिल लड्डू , बिहार का तिलकुट, बंगाल का रामदाना, कानपुर की गजक एवं लखनऊ की रेवड़ी इस बार लोगों को खूब भा रही है। परम्परागत वस्तुओं के साथ ही साथ इस समय सजावटी सामानों की भी भरमार है।
गोरखपुर में स्थित गोरखनाथ मंदिर में मकर संक्रान्ति के अवसर पर 14 जनवरी से एक माह तक चलने वाला खिचड़ी मेला में पहले से दुकानें सज गयी हैं। इस मेले में पड़ोसी देश नेपाल के अलावा बिहार, उत्तराखंड, दिल्ली और गुजरात प्रान्त से आये हजारों की सख्या में श्रद्धालु गोरखपुर आकर शिवावतारी गोरखनाथ बाबा को खिचड़ी, तेल,चावल, गुड़, नमक और घी आदि चढ़ाते हैं।