लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों पर सख्त कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी और जवाबदेही तय की है। साथ ही कानून- व्यवस्था (Law And Order) के मद्देनजर निर्देश जारी किए हैं। । वहीं, सीएम योगी (CM Yogi) ने कानून व्यवस्था को लेकर प्रदेश स्तरीय समीक्षा बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए की। सीएम योगी की इस वर्चुअल मीटिंग में सभी जिलों के DM, SP, SSP, कमिश्नर और पुलिस विभाग के सभी आलाधिकारी शामिल हुए। बैठक के दौरान कानपुर समेत यूपी के कई जिलों में हुई हिंसा को लेकर सीएम योगी की ओर से कई महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए गए हैं।
दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने अफसरों को दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि कानून व्यवस्था को लेकर कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जहां जिसकी शिथिलता पाई जाएगी उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पिछले दिनों समाजविरोधी लोगों पर उत्तर प्रदेश पुलिस व प्रशासन द्वारा प्रभावी कार्यवाही की गई है। फिलहाल हालात नियंत्रण में है, इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें हर तरह की परिस्थिति के लिए तैयार रहना होगा। ऐसे में पुलिस और प्रशासन 24×7 अलर्ट मोड में रहे।
सीएम योगी (CM Yogi) ने मीटिंग में लिए हैं ये बड़े फैसले:
1) सीएम योगी (CM Yogi) ने कहा कि पिछले दिनों कानपुर, प्रयागराज, सहारनपुर, मुरादाबाद, हाथरस, फिरोजाबाद, अंबेडकर नगर समेत प्रदेश के कई जिलों में असामाजिक तत्वों द्वारा सामाजिक शांति-सौहार्द के माहौल को बिगाड़ने का प्रयास किया गया। इससे पहले 03 जून को कानपुर में भी ऐसी ही कोशिश की गई थी। तब भी सतर्कता के निर्देश दिए गए थे, जिससे प्रदेश के ज्यादातर जिलों में शांति बनी रहे, इसके लिए विशेष रूप से सतर्क और सावधान रहें।
2) हम एक लोकतांत्रिक देश के नागरिक हैं। ऐसे में हमें सभी पक्षों से संवाद बनाए रखना होगा। धर्मगुरुओं/सिविल सोसाइटी से लगातार संवाद-संपर्क बनाए रखे। साथ ही उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई भी जारी रखी जाए। कार्रवाई ऐसी हो जो असामाजिक सोच रखने वाले सभी तत्वों के लिए एक नजीर बने। माहौल बिगाड़ने के बारे में कोई सोच भी न सके।
3) सीएम योगी (CM Yogi) ने कहा कि कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए फील्ड के अधिकारियों के पास सभी तरह के फैसले लेने का अधिकार है। वहां के हालातों की स्थिति-परिस्थिति को देखते हुए अपने फैसले लें। जिन भी जिलों में आने वाले दिनों में माहौल बिगड़ने की आशंका हो, वहां धारा 144 प्रभावी रूप से लागू किया जाए।
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4) शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ कड़ाई से पेश आएं। माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता की जाए।ऐसे लोगों के लिए सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिए। वहीं, एक भी निर्दोष को छेड़ें नहीं और कोई दोषी को छोड़े नहीं।
5) “बुल्डोजर” की कार्रवाई पेशेवर अपराधियों/माफियाओं के खिलाफ है। यह कार्रवाई लगातार जारी रखी जाए। प्रदेश में किसी गरीब के घर पर गलती से भी कोई कार्रवाई नहीं होगी। यदि किसी गरीब व्यक्ति ने किन्हीं कारणों से अवैध जगह पर घर बना लिया है, तो पहले स्थानीय प्रशासन द्वारा उसका समुचित रहने की व्यवस्था की जाए। फिर आगे कार्रवाई की जाए।
6) सीएम योगी (CM Yogi) ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि माफिया को संरक्षण देने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा। साथ ही माहौल बिगाड़ने की एक भी कोशिश स्वीकार नहीं की जाएगी।
7) इसके अलावा संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए। जहां पर हर दिन शाम को पुलिस बल फुट पेट्रोलिंग जरूर करे। पीआरवी 112 भी एक्टिव रहे।
8) इस दौरान साजिशकर्ताओं/अभियुक्तों की पहचान कर जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जाए। CCTV फुटेज की मदद से पहचान कर ऐसे लोगों के खिलाफ NSA या गैंगस्टर एक्ट के नियमों के तहत कार्रवाई की जाए। यदि किसी अपराधी के दोबारा किसी अराजक घटना में संलिप्तता पाई जाए तो चार्जशीट में उसका जिक्र जरूर करें।
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9) प्रदेश के किसी भी जिले में अवैध टैक्सी स्टैंड, बस स्टैंड/रिक्शा स्टैंड संचालित न हों। ऐसे स्टैंड पर अवैध वसूली होने को बढ़ावा देते हैं। जहां कहीं भी ऐसी गतिविधियां संचालित हो रही हों, उन्हें तत्काल बंद कराया जाए। टैक्सी स्टैंड के लिए ठेकेदार का चयन करते समय उसका पुलिस वैरीफिकेशन कराएं। अब तक हुई कार्रवाई की पूरी रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध कराएं।साथ ही RTO के साथ समन्वय बनाते हुए डग्गामार बसों का संचालन बंद कराया जाए।
10) सीएम योगी ने बताया कि आम आदमी की संतुष्टि सबसे महत्वपूर्ण है। ऐसे में शासन-प्रशासन से जुड़े सभी अधिकारियों को इसे समझना चाहिए। आम आदमी को न्याय पाने का अधिकार है। तहसीलों/प्राधिकरणों आदि जन हित से सीधे जुड़ाव रखने वाले कार्यालयों में हर दिन एक घंटे की अवधि जनसुनवाई के लिए रखा जाए। इस दौरान अधिकारी जनता से मिलें, शिकायतें/समस्याएं सुनें उनका निस्तारण करें। इसके अलावा IGRS औऱ सीएम हेल्पलाइन जनता की समस्याओं के निदान का अच्छा माध्यम बन कर उभरा है। इसके मामले लंबित न रहें। हर ऑफिस में इसकी समीक्षा होनी चाहिए।
11) समाजविरोधी कुत्सित प्रयासों पर उत्तर प्रदेश पुलिस व प्रशासन द्वारा प्रभावी कार्यवाही की गई है। वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है, किंतु हमें हर तरह की परिस्थिति के लिए तैयार रहना होगा। पुलिस और प्रशासन 24×7 अलर्ट मोड में रहे।
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12) यह दुःखद है कि साजिशकर्ताओं ने अपने कुत्सित उद्देश्यों के लिए किशोरवय युवाओं को सहारा बनाया। ऐसे में मुख्य साजिशकर्ता की पहचान जरूरी है। यह समझना होगा कि असामाजिक तत्वों द्वारा ऐसे प्रयास आने वाले दिनों में फिर से हो सकते हैं। इन लोगों का उद्देश्य प्रदेश के शांति-सौहार्द को बिगाड़ना है। हमें एक टीम के रूप में काम करते हुए ऐसी कोशिशों को नाकाम करना होगा।
13) प्रत्येक दशा में सार्वजनिक/आमजन की संपत्ति को हुई क्षति की वसूली सम्बंधित दोषी व्यक्ति से ही कराई जाए। प्रयागराज में वसूली की नोटिस भेजे जाने की कार्यवाही प्रारंभ हो गई है। अन्य जनपद भी तत्परता के साथ कार्यवाही करें। इस बाबत ट्रिब्यूनल गठित है, नियमसंगत कठोरतम कार्रवाई की जाए।