लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने शिक्षक दिवस के मौके पर लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में शिक्षकों को राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित किया। सीएम ने इस दौरान 49 शिक्षकों को अंगवस्त्र और 25,000 की राशि के साथ सम्मानित किया। सभी शिक्षकों को मां सरस्वती की प्रतिमा भी भेंट की गई। समारोह के दौरान सीएम ने प्रेरणा ऐप और मानव संपदा पोर्टल का उद्घाटन भी किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी (CM Yogi) के अलावा व्यासायिक शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार संदीप सिंह, माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाब देवी, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार, प्रमुख सचिव कौशल विकास और सुभाष चंद्र शर्मा मौजूद रहे।
शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित करते मुख्यमंत्री @myogiadityanath जी https://t.co/5xiHbSPI2t
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) September 5, 2022
इस दौरान समारोह में सीएम योगी ने कहा कि सभी गुरुजनों का हृदय से अभिनंदन, समाज के संपर्क में बच्चा सबसे पहले शिक्षक के संपर्क में आता है। प्राथमिक शिक्षा सबसे पहले तराशती है। सीएम ने कहा कि पिछले ढाई वर्ष के दौरान जो काम हुआ है, उसके चलते भारत सरकार ने उत्तर प्रदेश को अवार्ड दिया है। एक शिक्षक के रूप में समाज के प्रति योगदान देने का सौभाग्य प्राप्त होता है तो अपना जीवन धन्य मानना चाहिए। प्राथमिक शिक्षा देने वाले शिक्षकों को छात्र कभी भूलते नहीं है। इस दौरान सीएम ने ऐलान किया कि अगली बार हम 75 जिलों से एक-एक शिक्षक को सम्मानित करेंगे।
ज्ञान की अलख जलाने की ‘जिद’, शिक्षक ने पूरे गांव को बना दिया पाठशाला
उन्होंने कहा कि शिक्षिकाएं अच्छी शिक्षक साबित हो सकती हैं। अगर वे नियमित स्कूल जाएं तो मुझे बेहद खुशी होगी। महिला शिक्षकों की बहुत बड़ी भूमिका हो सकती है। इस बार 49 में मात्र 20 शिक्षिकाएं थीं। अगली बार महिला शिक्षकों की संख्या बढ़े। सम्मान देने के लिए मेरिट तय किया गया था। एक करोड़ 80 लाख बच्चे बेसिक शिक्षा से जुड़े हैं।
एक घंटे पहले स्कूल पहुंचे शिक्षक- सीएम योगी (CM Yogi)
इस दौरान सीएम योगी ने बताया कि पहली विधायक निधि से उन्होंने प्राइमरी स्कूलों में बच्चों के लिए फर्नीचर उपलब्ध कराए थे। उन्होंने कहा कि कोई बच्चा निरक्षर रह जाता है तो समाज पर असर पड़ता है। शिक्षा को समग्रता के साथ जनांदोलन बनाया जाय। बच्चों को व्यावहारिक ज्ञान भी दिया जाय, जिससे बच्चा चुनौतियों से जूझ सके। सीएम ने कहा कि परिश्रम और पुरुषार्थ का कोई विकल्प नहीं हो सकता। एक घंटे पहले विद्यालय पहुंचें और बच्चों के भविष्य के लिए रणनीति तैयार करें। बच्चों के घर-घर जाएं और इसकी शुरुआत करें। सरकार द्वारा दी जाने वाली राशि पर केवल निर्भर न रहें बल्कि समाज से जुड़ कर काम करें।
‘जनगणना कार्य से भागें नहीं शिक्षक- सीएम योगी (CM Yogi)
कार्यक्रम में सीएम योगी ने बेसिक शिक्षा के अधिकारियों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि प्रेरणा ऐप पर शिक्षक शासन से जुड़ेगा और पारदर्शिता आएगी। शिक्षक बच्चों को सफाई के लिए प्रेरित करें और खुद भी सफाई करें। शिक्षक जनगणना कार्य से भागें नहीं, घर और समाज से जुड़ने का मौका मिलता है। सोच को बदलें। सीएम ने कहा कि शिक्षक घर-घर जाकर संवाद और संपर्क करें। शासन की योजनाएं लोगों को बताएं और शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाएं।