लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने कहा कि 2014 के पहले की केंद्र सरकार अनिर्णय की शिकार थी। देश का इन्फ्रास्ट्रक्चर कमजोर था। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा शुरू की गई योजनाएं ही आगे बढ़ पा रही थी। कोई नया प्रोजेक्ट नहीं था। भ्रष्टाचार अपने चरम पर था। इससे आमजनमानस के मन में सरकार को लेकर अविश्वास था। लेकिन पिछले नौ वर्षों में नई-नई योजनाएं सामने आईं और भारत सुरक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हुआ। आज दुश्मन टेढ़ी निगाहों से भारत की तरफ नहीं देख सकता है।
सीएम योगी (CM Yogi) ने सोमवार को आईआईएम रोड स्थित महर्षि यूनिवर्सिटी ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में आयोजित 3,300 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश से दो राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि नौ वर्ष पहले इन्फ्रास्ट्रक्चर कमजोर होने से विकास नहीं हो पाता था। इससे रोजगार के नए अवसर भी विकसित नहीं हो पाते थे। आज भारत हर एक क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो रहा है। अब प्रदेश की राजधानी के डिफेंस कॉरिडोर में ब्रम्होस मिसाइल बनने जा रही है।
सीएम योगी (CM Yogi) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कहना है कि विकास का कोई विकल्प नहीं है। विकास ही देश और उत्तर प्रदेश के युवाओं को नई दिशा दे सकता है। उन्होंने कहा कि 2014 के पहले देश में किसान शोषण का शिकार थे। उन्हें उनकी उपज का दाम नहीं मिल पाता था। आज पारदर्शी व्यवस्था के कारण किसानों के जीवन में परिवर्तन आया है। मंडी की व्यवस्था में आमूलचूल बदलाव हुआ है। इससे किसानों की आय कई गुना बढ़ी है। किसानों को उनका मुआवजा समय पर मिल पा रहा है। किसान पथ के निर्माण से लखनवासियों के आवागमन मार्ग सुगम हो जाएगा।
इन परियोजनाओं का हुआ लोकार्पण और शिलान्यास
कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केन्द्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ-सीतापुर राष्ट्रीय राजमार्ग खंड के मड़ियांव आईआईएम क्रॉसिंग पर 04 लेन एलिवेटेड कॉरिडोर एवं अलीगढ़-कानपुर खंड के नवीगंज से मित्रसेनपुर का 04 लेन का लोकार्पण किया। साथ ही लखनऊ के लिए 475 करोड़ रुपये की 164 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
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कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केन्द्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री कौशल किशोर, केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के राज्य मंत्री वीके सिंह, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, लोक निर्माण विभाग के मंत्री जितिन प्रसाद, समाज कल्याण विभाग के मंत्री असीम अरूण और अन्य नेता मौजूद थे।