गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में शनिवार को आयोजित जनता दर्शन में फिर पुलिस से जुड़ी समस्याएं अधिक पहुंचीं। किसी ने समय से कार्रवाई नहीं होने का प्रार्थनापत्र दिया तो किसी ने पुलिस पर सुनवाई नहीं करने का आरोप लगाया।
पुलिस के खराब आचरण की भी शिकायत की गई। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि थानों में आने वाली जनता की शिकायतों का त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण होना चाहिए। टालमटोल और जानबूझ कर देरी करने वालों पर कार्रवाई की जाए। उन्होंने आला अफसरों से थानों में आने वाली शिकायतों और उनके निस्तारण की स्थिति की नियमित समीक्षा करने का निर्देश भी दिया।
गोरखनाथ मंदिर के दो स्थानों हिंदू सेवाश्रम व यात्री निवास में आयोजित मुख्यमंत्री के जनता दर्शन में करीब 200 से अधिक लोग पहुंचे थे। सीएम ने गोरखनाथ मंदिर के प्रधान कार्यालय के पास स्थित लाल कक्ष में 50 से ज्यादा कार्यकर्ताओं और आम जन की समस्याओं को सुना।
इस दौरान मुख्यमंत्री के सामने कई ऐसे मामले पहुंचे, जोकि गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं और उनके पैसों के अभाव में इलाज नहीं हो पा रहे। यह सुनते ही सीएम योगी ने फरियादियों को अश्वस्त किया कि पैसों के अभाव में किसी का भी इलाज नहीं रूकेगा। वह अस्पताल से इलाज का एस्टीमेट बनवाकर भेंजे, सबकी मदद की जाएगी। मुख्यमंत्री की यह बातें सुनते ही परेशान फरियादियों के चेहरे पर मुस्कान आ गई।
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इसके पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुबह मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए सीएम योगी गोशाला पहुंचे। उन्होंने गायों को गुड़ एवं चना खिलाया। साथ ही गुरु गोरक्षनाथ और अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवैद्य नाथ की समाधि पर मत्था टेक उनका आशीर्वाद भी लिया। इसके बाद सीएम महाराणा प्रताप शिक्षण संस्थान के संस्थापक समोराह कार्यक्रम के लिए रवाना हो गए।