गोरक्षपीठाधीश्वर एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सावन के पहले दिन रविवार की सुबह गोरखनाथ मंदिर में रुद्राभिषेक किया। इस दौरान उन्होंने देवाधिदेव भगवान शिव से कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहे संपूर्ण विश्व के कल्याण, उद्धार, समृद्धि एवं शांति के लिए प्रार्थना की। साथ ही गोरखनाथ मंदिर के हिंदू सेवाश्रम में मुख्यमंत्री योगी ने जनता दरबार में लोगों की फरियाद सुनी। इस दौरान सीएम ने सैकड़ों लोगों की समस्या सुनी। लोगों को भरोसा दिया कि उनकी समस्या का समाधान होगा। मौके पर मौजूद अधिकारियों से कहा कि हर मामले का निपटारा सही तरीके से होना चाहिए।
रविवार को तड़के स्नान-ध्यान के बाद मुख्यमंत्री योगी मठ से निकले। गुरु गोरखनाथ एवं अखण्ड ज्योति का पूजन कर दर्शन किया। उसके बाद ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ की समाधि पर जाकर उनका आशीर्वाद लिया। मंदिर के परिसर में भ्रमण के दौरान उन्होंने गुल्लू (पालतू कुत्ता) को पेडगरी बिस्किट खिलाते हुए उसे दुलारा-पुचकारा।
इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर स्थित अपने आवास के पास स्थापित शक्ति पीठ में भगवान शिव की प्रतिमा के समक्ष रुद्राभिषेक किया। इस दौरान मंदिर के परंपरागत पुजारी शामिल रहे।
स्थगित हुआ PM मोदी का सिद्धार्थनगर का दौरा, CM योगी ने बताई वजह
मंत्रोच्चार के बीच एक घंटे तक चले रुद्राभिषेक कार्यक्रम में मंदिर के खास लोग शामिल शामिल रहे। रुद्राभिषेक के दौरान दूध तथा कई प्रकार के फलों के रस से अनुष्ठान को संपन्न कराया गया। अनुष्ठान के बाद प्रसाद वितरित किया गया।
रुद्राभिषेक कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री हिंदू सेवाश्रम पहुंचे। बारी-बारी से सैकड़ों लोगों से मिले, उनकी समस्याएं सुनीं और सकारात्मक कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
जनता दरबार में सबसे अधिक मामले पुलिस से संबंधित ही आए, जिससे सीएम योगी के सामने पुलिस विभाग की लापरवाही सामने आ गई।