उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फटकार के बाद इटावा मुख्यालय के मदर चाइल्ड हॉस्पिटल में स्थापित कोविड अस्पताल में धूल फांक रहे वेंटिलेटर्स चालू कर दिए गए हैं। फिलहाल यहां 5 वेंटिलेटर्स चालू किए गए हैं लेकिन जल्द ही अन्य वेंटिलेटर भी चालू कर दिए जाएंगे। यहां कुल 12 वेंटीलेर्टस समेत 28 जीवनरक्षक उपकरण हैं। ये जानकारियां इटावा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एनएस तोमर ने दीं।
आपको बता दें कि 22 अप्रैल को यहां कोरोना पीड़ित 5 मरीजों की मौत हो गई थी। इस खबर के सामने आने के बाद लखनऊ स्तर से अधिकारियों को यह निर्देश आया कि मुख्यमंत्री बहुत नाराज हैं और वह चाहते हैं कि स्वास्थ्य व्यवस्थाएं तुरंत दुरुस्त की जाएं।
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इस निर्देश के बाद पावर कॉरपोरेशन के अधीक्षण अभियंता प्रदीप खत्री, अभियंत्रा राहुल बाबू कटियार, सीएमओ डॉ. एनएस तोम और महिला अस्पताल के सीएमएस डॉ अशोक कुमार जाटव ने संयुक्त रूप से बैठक की। इसके बाद एमसीएच विंग के वेंटिलेटर और जीवनरक्षक उपकरण चेक किए गए।
डॉ. एनएस तोमर ने बताया कि डॉक्टरों और अभियंताओं की टीम ने डॉ. भीमराव अंबेडकर राजकीय संयुक्त चिकित्सालय की एमसीएच विंग में पहुंचकर सभी वेंटिलेटर और अन्य जीवनरक्षक उपकरणों का परीक्षण किया। परीक्षण के बाद पता चला कि सभी वेंटिलेटर और जीवनरक्षक उपकरण पूरी तरह से ठीक हैं, केवल ऑपरेटर के अभाव में उनका संचालन नहीं हो पा रहा है।
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कोरोना वॉर्ड में ड्यूटी कर रहे डॉ. अब्दुल कादिर ने निरीक्षण करने पहुंचे सीएमएस डॉ. अशोक कुमार जाटव से गुहार लगाते हुए कहा कि वेंटिलेटरऑपरेटर की कमी है। वेंटिलेटर नहीं चल रहे हैं. प्लीज, स्टाफ दिलवा दीजिए।
आपको बता दें कि इससे पहले 20 अप्रैल को भी कोरोना संक्रमित महिला को वेंटिलेटर के अभाव में भर्ती नहीं किया गया था। नतीजा यह हुआ था कि महिला की मौत हो गई थी। अब यहां वेंटिलेटर ऑपरेटर की कमी दूर कर दी गई है और 5 वेंटिलेटर शुरू किया जा चुका है।