लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने शनिवार को उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में विद्युत उत्पादन, ट्रांसमिशन और वितरण व्यवस्था की समीक्षा की। इस दौरान सीएम ने बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक के दौरान सीएम ने कहा कि जांच के नाम पर उपभोक्ता का उत्पीड़न स्वीकार नहीं किए जाएगा। यदि किसी उपभोक्ता को परेशान किए जाने की शिकायत मिली संबधित कर्मचारी और अधिकारी पर उचित कार्रवाई होगी।
ऊर्जा क्षेत्र में व्यापक सुधार की जरूरत- सीएम (CM Yogi)
सीएम (CM Yogi) ने कहा कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन में बीते 6 साल में उत्तर प्रदेश का हर गांव, नगर, मजरा बिजली से रोशन हुआ है। निर्बाध बिजली आपूर्ति हो रही है। हम पूरे प्रदेश में 24×7 आबाधित बिजली आपूर्ति के लिए संकल्पित हैं। बिजली क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए ऊर्जा के क्षेत्र में व्यापक सुधार की जरूरत है।
उन्होंने (CM Yogi) कहा कि विद्युत विभाग/पॉवर कॉर्पोरेशन के सामने सबसे बड़ी चुनौती है सही बिल और समय पर बिल उपलब्ध कराना तथा सभी उपभोक्ताओं से बिल की राशि संग्रह करना। किसी भी दशा में यह सुनिश्चित किया जाए कि एक भी उपभोक्ता को गलत बिजली बिल न मिले और सभी को समय से बिल मिले।
नहीं दिए जाएं ओवरबिलिंग के बिल – सीएम योगी (CM Yogi)
सीएम ने कहा कि ओवरबिलिंग और विलंब से बिल दिया जाना उपभोक्ता की परेशानी बढ़ाता है साथ ही विभाग की व्यवस्था के प्रति निराश भी करता है। इसके कारण उपभोक्ता बिल जमा करने के प्रति उत्साहित नहीं होता। ऐसे में समय से बिल और सही बिल दिया जाना सुनिश्चित करें। इसके लिए सभी डिस्कॉम को ठोस प्रयास करना होगा।
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बिजली आपूर्ति होती रहे इसके लिए बिल का भुगतान जरूरी है। बिजली का उपभोग करने वाले हर उपभोक्ता की यह जिम्मेदारी है कि वह समय से बिजली बिल का भुगतान करे। ऊर्जा विभाग/विद्युत निगमों को बिल के समयबद्ध संकलन के लिए ठोस प्रयास करना होगा। बकायेदारों से लगातार संपर्क करें, संवाद करें।
कहीं ना हो अनावश्यक कटौती – सीएम योगी (CM Yogi)
सीएम (CM Yogi) ने बैठक में कहा कि गांव हो या शहर, कहीं भी अनावश्यक बिजली कटौती नहीं हो। ट्रांसफार्मर जलने, तार गिरने जैसी समस्याओं को बिना देरी से सुलझाया जाए। फीडर वाइज जवाबदेही तय की जाए। सभी डिस्कॉम के बीच बेहतर संवाद हो।
सीएम ने अधिकारियों को आदेश दिया कि बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ सख्ती से नियमानुकूल कार्रवाई की जाए। किंतु जांच के नाम पर उपभोक्ता का उत्पीड़न न हो। यदि ऐसी शिकायत मिली तो संबंधित अधिकारी/कार्मचारी के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।
सीएम ने यह भी कहा कि नगरों में स्मार्ट मीटर लगाये जाने की कार्यवाही में तेजी लाना जरूरी है। जिन घरों में अब भी बिजली कनेक्शन नहीं है उन्हें कनेक्शन दिया जाए। तकनीक के माध्यम से ऐसी व्यवस्था करें कि बिजली मीटर से कतई छेड़छाड़ न हो सके।