उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी वरिष्ठ पुलिस व प्रशासनिक तथा स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ कोविड-19 की स्थिति, उपचार व बचाव के सम्बन्ध में समीक्षा की । इस अवसर पर उन्होंने जनपद गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, वाराणसी, रायबरेली, मीरजापुर, आगरा, गाजीपुर, मेरठ, बरेली, फिरोजाबाद, गोरखपुर, कानपुर नगर, सुल्तानपुर, लखनऊ, प्रयागराज, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, मुरादाबाद, झांसी आदि के जिलाधिकारियों से संवाद किया। उनके जनपदों में कोविड-19 की स्थिति, प्रबन्धन बचाव व उपचार के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि फील्ड में तैनात अधिकारी निरन्तर सजग व सतर्क रहकर अपनी भूमिकाओं का निर्वहन करें। कोरोना के इस कालखण्ड में जरा सी लापरवाही बड़े खतरे का कारण बन सकती है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के सम्बन्ध में शिथिलता या लापरवाही पाये जाने पर सम्बन्धित की जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी व सी0एम0ओ0 जनप्रतिनिधियों, प्रबुद्धजनों से निरन्तर संवाद करें। कोरोना प्रबन्धन में उनसे समन्वय बनाते हुए कार्य करें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान में 06 मई, 2021 को प्रातः 07 बजे तक लागू आंशिक कोरोना कफ्र्यू को सोमवार 10 मई, 2021 को प्रातः 07 बजे तक विस्तारित किया जा रहा है। इसे सभी जनपदों में प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। आंशिक कोरोना कफ्र्यू के दौरान आकस्मिक एवं आवश्यक गतिविधियां संचालित होती रहेंगी। स्वास्थ्य सम्बन्धी कार्याें के लिए पूरी छूट रहेगी। औद्योगिक गतिविधियां तथा ई-काॅमर्स से सम्बन्धित कार्य यथावत चलते रहेंगे। खाद्यान्न वितरण एवं टीकाकरण का कार्य कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए सुचारु रूप से जारी रहेगा। किराना दुकानें खुली रहेंगी। अनावश्यक आवागमन बन्द रहे। दवा अथवा ऑक्सीजन के लिए जाने वालों को रोका न जाए।
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मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रत्येक जनपद में उपलब्ध कराए गये सभी वेण्टीलेटर्स व ऑक्सीजन कन्सेन्टेटर को चालू हालत में रखा जाए। उन्होंने कहा कि एनेस्थेटिक और तकनीशियन की व्यवस्था हर हाल में हो। बेड की उपलब्धता की स्थिति के सम्बन्ध में जानकारी उपलब्ध करायी जाए। इस स्थिति को प्रातः 08 बजे तथा सायं 04 बजे सम्बन्धित पोर्टल पर प्रदर्शित किया जाए। निजी लैब्स व अस्पताल में मनमाना वसूली न हो। निर्धारित दरों पर ही जांच व उपचार की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। ऑक्सीजन की सप्लाई को मांग व आवश्यकता के अनुसार उपलब्ध कराया जा रहा है। इस आपूर्ति को 300 मीट्रिक टन से बढ़ाकर 800 मीट्रिक टन से अधिक तक पहुंचाया गया है। प्रत्येक जनपद में एक ऑक्सीजन रीफिल सेन्टर होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के लिए निर्धारित किया जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि पंचायत चुनाव में सेवा देने वाले सभी कार्मिकों की टेस्टिंग आवश्यक रूप से की जाए। पुलिस लाइन्स, पी0ए0सी0 वाहिनी और पुलिस ट्रेनिंग स्कूल आदि में कोविड केयर सेन्टर स्थापित करते हुए कोविड जांच व उपचार की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। अस्पतालों में विद्युत की आपूर्ति निरन्तर हो और फायर सेफ्टी के प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं। कोविड-19 से बचाव व जागरूकता के सम्बन्ध में पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से निरंतर संवाद किया जाए। एल-2 व एल-3 कोविड अस्पतालों में भर्ती मरीजों की स्थिति के सम्बन्ध में उनके परिजनों का निरन्तर बताया जाए। इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेन्टर के टेलीफोन नम्बर आवश्यकतानुसार बढ़ाए जाएं।
होम आइसोलेशन में रह रहे है मरीजों को मेडिकल किट उपलब्ध कराए : योगी
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में रेमडेसिविर सहित सभी जीवनरक्षक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है। भारत सरकार द्वारा प्रदेश के लिए रेमडेसिविर के दैनिक आवंटन में वृद्धि की गयी है। सरकारी कोविड अस्पतालों में यह इंजेक्शन पूर्णतः निःशुल्क है। इस जीवनरक्षक दवा की मांग, आपूर्ति और खपत का पूरा विवरण रखा जाए। प्रत्येक हाॅस्पिटल जिला अधिकारी/मुख्य चिकित्सा अधिकारी को इसकी रिपोर्ट दे। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 108 एम्बुलेंस सेवा की 75 प्रतिशत एम्बुलेंस का संचालन कोविड कार्य हेतु किया जाए। शेष 25 प्रतिशत एम्बुलेंस को नाॅन-कोविड मरीजों के लिए आरक्षित रखा जाए। उन्होंने कहा कि कोविड ड्यूटी करने वाले चिकित्सकों व अन्य सम्बन्धित कर्मियों को वेतन का 25 प्रतिशत मानदेय अतिरिक्त रूप से दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने वैक्सीनेशन के बारे में कहा कि विगत 01 मई से 18 से 44 वर्ष के लोगों के लिए वैक्सीनेशन कार्य प्रारम्भ किया है। उत्तर प्रदेश इस आयु वर्ग के लिए निःशुल्क टीकाकरण की घोषणा करने वाला पहला राज्य भी है। उन्होंने निर्देश दिये कि वैक्सीन का वेस्टेज न हो। वैक्सीनेशन कार्यक्रम को निर्धारित प्राथमिकताओं के आधार पर ही संचालित किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने आगे कहा कि स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फाॅगिंग का कार्य युद्धस्तर पर किया जाए। कोविड संक्रमण की रोकथाम के साथ-साथ विभिन्न संचारी रोगों से बचाव में भी इस गतिविधि का योगदान है। उन्होंने निर्देशित किया कि मास्क के अनिवार्य उपयोग के सम्बन्ध में प्रवर्तन की कार्यवाही प्रभावी ढंग से जारी रखी जाए।