लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में ट्रेस, टेस्ट और ट्रीटमेंट और टीकाकरण की रणनीति के सफल क्रियान्वयन से प्रदेश में कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। कोविड संक्रमण से बचाव के लिए टीके की ‘अमृत डोज’ (प्रिकॉशन डोज) दी जा रही है। उन्होंने विगत दिवस आयोजित वृहद बूस्टर डोज अभियान में 16 लाख 16 हजार से अधिक लोगों को बूस्टर डोज से लाभान्वित किए जाने पर संतोष व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर टीम-9 की बैठक में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रिकॉशन डोज अभियान के लिए निर्धारित 75 दिनों की अवधि के दृष्टिगत इस कार्य में तेजी लायी जाए। सभी पात्र प्रदेशवासियों को प्रिकॉशन डोज लगाए जाने के लिए प्रत्येक रविवार को प्रदेशव्यापी विशेष अभियान चलाया जाए। यह डोज पूर्णतः निःशुल्क है। अब तक 01 करोड़ 13 लाख से अधिक लोगों ने निःशुल्क बूस्टर डोज लगवा ली है। यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक पात्र प्रदेशवासी को मुफ्त बूस्टर डोज जरूर लग जाए। प्रिकॉशन डोज के महत्व और टीकाकरण केंद्रों के बारे में आमजन को जागरूक किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 20 जुलाई से प्रदेश में दैनिक केस में बढ़ोतरी देखी जा रही है। आगामी दिनों में रक्षाबंधन और जन्माष्टमी जैसे बड़े पर्व हैं। इन पर्वों में लोगों की आवाजाही बढ़ना स्वाभाविक है। ऐसे में सतर्कता और सावधानी बहुत जरूरी है। इस सम्बन्ध में जनजागरूकता के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम का व्यापक उपयोग किया जाए। लोगों को बताया जाए कि बिना फेस मास्क के सार्वजनिक स्थानों में न निकलें। वेरिएंट के परीक्षण के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग का कार्य जारी रखा जाए।
बैठक में अवगत कराया गया कि विगत दिवस 1.42 प्रतिशत पॉजिटिविटी दर दर्ज की गई। वर्तमान में कुल एक्टिव केस की संख्या 5440 है। विगत 24 घंटों में 53 हजार से अधिक टेस्ट किए गए और 732 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 288 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के कुछ हिस्सों में मंकीपॉक्स संक्रमण के केस के दृष्टिगत प्रदेश में विशेष सावधानी बरती जाए। मंकीपॉक्स के लक्षण, उपचार और बचाव आदि के बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन और भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार आमजन को समुचित जानकारी देते हुए जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में राज्य स्तरीय स्वास्थ्य सलाहकार समिति से परामर्श किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मनरेगा श्रमिकों का भुगतान उनके बैंक खाते में समयबद्ध ढंग से किया जाए। कार्य की शुचिता और पारदर्शिता के दृष्टिगत प्रत्येक मनरेगा श्रमिक का बायोमीट्रिक सत्यापन कराया जाए। उन्होंने शत-प्रतिशत बॉयोमीट्रिक सत्यापन के लिए अभियान चलाए जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत जनसहभागिता के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में 5,800 से अधिक ‘अमृत सरोवरों’ का निर्माण कराया गया है। स्वतंत्रता दिवस के विशेष अवसर पर सभी अमृत सरोवरों पर ध्वजारोहण कराया जाए। लखनऊ स्थित बटलर झील का अमृत सरोवर के रूप में सुन्दरीकरण कराया जाए।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के उद्देश्य से गैर-पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों को प्रोत्साहित करना आवश्यक है। इस संबंध में सौर ऊर्जा एक बेहतर विकल्प है। अतः ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा विभाग द्वारा प्रदेश की नई सौर ऊर्जा नीति तैयार कर यथाशीघ्र प्रस्तुत की जाए। जो लोग निजी तौर पर भी सौर ऊर्जा विकल्पों को अपना रहे हैं, उन्हें प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली के बिल के समयबद्ध भुगतान के लिए उपभोक्ताओं को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। इसके लिए यह आवश्यक है कि उपभोक्ताओं को सही बिल समय पर प्राप्त हो। ओवरबिलिंग, फॉल्स बिलिंग अथवा विलंब से बिल दिए जाने से उपभोक्ता परेशान होता है। इस व्यवस्था में सुधार के लिए बिलिंग और कलेक्शन एफिशिएंसी बढ़ाने के लिए ऊर्जा विभाग को ठोस कार्ययोजना बनानी होगी। ग्रामीण इलाकों में विशेष प्रयास की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल के दिनों में हाईटेंशन तार की चपेट में आने से जन-धन के हानि की दुःखद घटनाएं प्रकाश में आई हैं। उन्होंने निर्देशित किया कि इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए प्रभावी प्रयास किए जाएं।