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1857 की क्रांति के वीर सपूतों को सीएम योगी ने किया नमन

मेरठ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने मंगलवार को क्रांति दिवस (Kranti Diwas) के मौके पर यहां 1857 की क्रांति के वीर सपूतों को नमन किया।

इस अवसर पर उन्होने 66.71 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। साथ ही रैपिड रेल निर्माण कार्यों और इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम का निरीक्षण भी किया।

हेलीकॉप्टर से शाम करीब पांच बजे पुलिस लाइन हेलीपैड पर पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री क्रांति दिवस (Kranti Diwas) के विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए और क्रांति साइकिल यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया। शहीद स्मारक और विक्टोरिया पार्क में शहीदों को श्रद्धांजली देने के साथ ही विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की समीक्षा भी की।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 8.61 करोड़ की सात परियोजनाओं का शिलान्यास और 58.10 करोड़ की ग्यारह परियोजनाओं का लोकार्पण किया। बाद में मुख्यमंत्री दस मई 1857 की क्रांति को 165 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में होने वाले विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शामिल हुए। उन्होंने नवनिर्मित बहुउद्देशीय हॉल तथा लाइट एंड साउंड योजना का लोकार्पण किया।

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इसके अलावा श्री योगी ने रैपिड रेल निर्माण कार्यों और इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) का निरीक्षण भी किया। उन्होंने बताया कि आईटीएमएस कंट्रोल को गृह मंत्रालय के सर्विलांस सिस्टम से जोड़े जाने की तैयारी की जा रही है, जिससे हर समय ट्रैफिक पर नजर रखी जा सकेगी।

1857 की 165वीं वर्षगांठ पर आज क्रांतिवीरों की याद में नमन करने के लिए पूरे शहर से भीड़ उमड़ आई। शहर में एक दिन पहले से ही अलग अलग स्थानों पर कार्यक्रमों का आयोजन शुरू हो गया था। खास तौर पर क्रांति दिवस को भव्य बनाने के लिए विक्टोरिया पार्क (उस समय की जेल) और शहीद स्मारक में अनेक कार्यक्रम कराये गये।

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उल्लेखनीय है कि 10 मई 1857 को प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की ज्वाला मेरठ से भड़क उठी थी। फिरंगियों के कार्यालयों, निवास स्थानों और होटलों आदि को आग के हवाले करते हुए दो हजार क्रांतिदूत कारागार से अपने देशभक्त सिपाहियों को मुक्त कराकर दिल्ली को ओर कूच कर गये थे।

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