उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के खुर्जा में दुकान पर आतिशबाज़ी बेच रहे दुकान पर पुलिस का छापा मारा। कुछ दुकानदारों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस दौरान एक दुकानदार की मासूम बेटी पुलिस की गाड़ी पर लगातार सर पटकती रही, गुहार लगाती रही।
मासूम का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद बुलंदशहर पुलिस की कार्रवाई कटघरे में खड़ी हो गई। उधर मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को बेहद संवेदनशीलता से लेते हुए पटाखा कारोबारी को तत्काल रिहा करवाया।
पिता को छुड़ाने के लिए मासूम बेटी लगाती रही गुहार, बेरहम पुलिस को नहीं आया तरस
साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों के हाथों उनके व उनकी मासूम बेटी के लिए दीपावली के उपहार व मिठाइयां भी भिजवाई। इसके अलावा एक दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ सख़्त कार्रवाई के आदेश भी दिए हैं।
बच्ची को एसडीएम एवं क्षेत्राधिकारी खुर्जा मिठाई खिलाते हुए। pic.twitter.com/KnhczEnQIZ
— Bulandshahr Police (@bulandshahrpol) November 13, 2020
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद हरकत में आई बुलंदशहर पुलिस के सीओ ने कहा नियमानुसार कार्रवाई की गई थी। लेकिन इसके बाद एक वीडियो हमारे संज्ञान में आया, जिसमें आतिशबाजी बेचने वाले दुकानदार को पुलिस ले जाती दिखी और बच्ची दरवाजा पीट रही थी।
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उन्होंने कहा कि पुलिस से संवेदनशील व्यवहार की अपेक्षा थी, जो नहीं दिखा। इस प्रकरण में एसएसपी ने नाराजगी प्रकट की और वीडियो में दिखाई दे रहे मुख्य आरक्षी को लाइन हाजिर कर दिया है। इसके अलावा हमने और एडीएम साहब ने महसूस किया कि बच्चे का मन कोमल होता है। कहीं पुलिस के प्रति कोई नकारात्मक भाव न रह जाए। हमने निर्णय लिया कि बच्ची के साथ त्यौहार मनाते हैं। बच्ची खुश है और हमें भी लगा कि हम अपने बच्चे के साथ त्यौहार मना रहे हैं।
उक्त घटना के परिपेक्ष्य में एसडीएम खुर्जा व सीओ खुर्जा द्वारा पीड़िता बच्ची के घर जाकर उसके साथ दिवाली मनाई गई तथा उपहार देकर उसके मन से पुलिस के प्रति नकारात्मकता के भाव को दूर किया गया। @dgpup @UPGovt @Uppolice @PrashantK_IPS90 @adgzonemeerut @igrangemeerut pic.twitter.com/BrdhnLxgkc
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मामला खुर्जा कोतवाली नगर क्षेत्र के ग्राम मुंडाखेड़ा चौहरे का है, यहां पटाखा बिक्री की सूचना पर कार्रवाई करने गई पुलिस के साथ दुकानदारों और पुलिस के बीच नोकझोंक हो गई और दुकानदार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इसके बाद हिरासत में लिए युवक को छुड़ाने के लिए उसकी मासूम बेटी पुलिस की कार में सर पटक-पटक कर मारती रही लेकिन पुलिस ने उसकी एक ना सुनी और ना ही पुलिस जीप में ड्राइवर सीट पर बैठे सिपाही ने सर पटकने से बच्ची को रोकने की जहमत ही उठाई।