देहारादून। सूबे के सीएम बनने के बाद योगी आदित्यनाथ (cm yogi) मंगलवार को पहली बार अपने पैतृक गांव यमकेश्वर के पंचूर पहुंचे। यहां उन्होंने सबसे पहले पंचूर से करीब तीन किमी दूर बिथ्याणी स्थित महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय परिसर में उन्होंने अपने गुरु महंत अवेद्यनाथ (Guru Mahant Avadyanath) की प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री (cm yogi) का अलग ही रूप देखने को मिला। सीएम योगी कई बार भावुक होते दिखाई दिए। मौका था, पौड़ी जिले में यमकेश्वर ब्लॉक में स्थित उनके पैृतक गांव पंचुर का।
वह बिथ्याणी में डिग्री कॉलेज परिसर के बने अपने गुरु महंत अवेद्यनाथ (Guru Mahant Avadyanath) की प्रतिमा का अनावरण करने पहुंचे थे। अपने महंत अवैद्यनाथ को याद करते हुए भावुक होकर योगी ने कहा कि महंत अवेद्यनाथ को बचपन में ही गांव छोड़ना पड़ा था। लेकिन, वह अकसर उनसे गांव में पढ़ाई के बारे में पूछा करते थे।
यमकेश्वर, पौड़ी-गढ़वाल, उत्तराखंड में राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज की प्रतिमा का अनावरण… https://t.co/T8R7rQ3xP9
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) May 3, 2022
शिक्षकों का सीएम योगी (CM Yogi) ने किया सम्मानित
गांव में स्कूल की पढ़ाई पर हमेशा वह अपडेट लेते रहते थे। योगी ने कहा उनका सपना साकार करने लिए गांव में महाविद्यालय का निर्माण किया गया है। योगी ने उत्तराखंड सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि सरकार ने महाविद्यालय निर्माण के लिए अहम भूमिका निभाई। सीएम योगी को प्राथमिक शिक्षा देने वाले छह शिक्षकों को भी उन्होंने सम्मानित किया।
उत्तराखंड: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर में गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय परिसर में ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मौजूद रहें। pic.twitter.com/1nnaHDLMAg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 3, 2022
आग के प्रकोप के खिलाफ एहतियाती कदम उठाएं : सीएम योगी
सीएम योगी (CM Yogi) हुए भावुक
मंच से शिक्षकों का नाम लेते वक्त सीएम याेगी (cm yogi) की आखों में आंसू साफतौर से देखा जा सकता था। शिक्षकों का नाम लेते हुए वह कई बार भावुक भी हुए। उन्हाेंने कहा कि शिक्षकाें के मार्गदर्शन के बिना किसी व्यक्ति का विकास संभव नहीं हो पाता है।
उत्तराखंड में पलायन पर रोक लगाना जरूरी : CM Yogi
सीएम योगी ने उत्तराखंड से हो रहे पलायन पर गहरी चिंता जताई। कहा कि उत्तराखंड का युवा हर क्षेत्र में लोहा मनवाता आ रहा है, ऐसे में पलायन पर रोक लगाना जरूरी है। कहा कि यह बहुत ही चिंता की बात है कि उत्तराखंड का युवा पढ़ाई व अन्य कारणों से पलायन को मजबूर है, जबकि उत्तराखंड में शिक्षा के कई अवसर मौजूद हैं। योगी ने कहा कि पलायन पर प्रहार करने के लिए जल जीवन मिशन के साथ ही रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने हाेंगे।
उनके धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने से पलायन पर प्रहार करने के साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण पूरा होने के साथ ही पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा। यहीं नहीं, स्थानीय युवाओं को रोजगार के कई अवसर भी मिलेंगे।
गावं आने की इच्छा रह गई अधूरी
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने कहा कि उनके गुरु महंत अवेद्यनाथ (Guru Mahant Avadyanath) गांव में दोबारा आने चाहते थे, लेकिन उनकी यह इच्छा अधूरी ही रह गई। साल 1936 में गांव छोड़ने के बाद वह हमेशा ही गांव के बारे में सोचते रहते थे। कहा कि उन्होंने कई बार महंत अवैद्यनाथ को गांव लाने का प्रयास किया, लेकिन स्वास्थ्य कारणाों से वह दोबारा गांव नहीं आ सके।