लखनऊ। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् अपने प्रकल्प अंतरराज्यीय छात्र जीवन दर्शन (शील) के माध्यम से पूर्वोत्तर भारत के छात्रों को भारत की संस्कृति की प्रत्यक्ष अनुभूति के लिए प्रति वर्ष एकात्मता यात्रा (National Integration Tour) का आयोजन किया जाता है। इसी क्रम में इस वर्ष सील यात्रा का एक दल उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंच चुका है। इस यात्रा में शामिल छात्र-छात्राएं अभाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राजशरण शाही एवं राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान के नेतृत्व में 15 जनवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) से मिलेंगे।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के क्षेत्र संगठन मंत्री घनश्याम शाही ने बताया कि वर्ष 1966 में पूर्वोत्तर राज्यों के युवाओं को शेष भारत से परिचय कराने के उद्देश्य से अंतरराज्यीय छात्र जीवन दर्शन (सील) की शुरुआत की गई थी। प्रत्येक वर्ष आयोजित होने वाली इस यात्रा में पूर्वोत्तर के सभी राज्यों से प्रतिनिधि भाग लेते हैं। इसी प्रकार से भारत के विभिन्न राज्यों के युवा प्रतिनिधि भी (सील) यात्रा के अन्तर्गत पूर्वोत्तर के राज्यों में जाते हैं।
घनश्याम शाही ने बताया कि यह यात्रा, भारत की विविधतापूर्ण संस्कृति का प्रतिनिधित्व तो करती ही है, साथ ही साथ देश के दूसरे कोने में भी हमारा एक घर – एक परिवार मिलेगा, यह बंधुत्व भाव भी विकसित करती है। इस यात्रा में शामिल प्रतिनिधि शेष भारत को जानने के साथ-साथ अपने-अपने राज्य, भाषा, वेशभूषा तथा परम्पराओं का संवर्धन कर भारत की गौरवशाली संस्कृति के आधारभूत मन्त्र “एक राष्ट्र-एक जन-एक संस्कृति” का प्रचार संपूर्ण देश में करते हैं।
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एबीवीपी के क्षेत्र संगठन मंत्री ने बताया कि इस यात्रा में 450 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं, जिन्हें 16 ग्रुप में बांटा गया है। इन्हीं में से एक ग्रुप लखनऊ आया है। तीन दिवसीय लखनऊ भ्रमण के क्रम में विद्यार्थी लखनऊ के आस-पास स्थित ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण करने के साथ ही यहां के शैक्षणिक संस्थानों में भी जायेंगे। इसी क्रम में वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर राज्य की नीतियों तथा योजनाओं को भी जानेंगे।