सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का गढ़ माने जाने वाले सैफई में कल पहली बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जाने वाले हैं। कोरोना संक्रमण काल में शनिवार को सैफई आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में आ रहे मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करने के साथ ही व्यवस्थाओं का भी जायजा लेंगे। इसके साथ ही वह जनप्रतिधियों, प्रशासनिक और स्वास्थ्य अफसरों के साथ बैठक करेंगे और जरूरी दिशा निर्देश देंगे।
समाजवादी पार्टी का गढ़ माने जाने वाले सैफई में मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर हलचल मच गई है। पूर्ववर्ती सपा सरकार में सैफई में आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय की स्थापना की गई थी और मेडिकल साइंस की पढ़ाई के अलावा हॉस्पिटल का भी संचालन किया जा रहा है।
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प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद स्थानीय सपा नेता मेडिकल यूनिवर्सिटी में व्यव्स्थाओं को लेकर उपेक्षा का आरोप लगाते रहे हैं। लेकिन, कोरोना संक्रमण काल में सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में बेहतर व्यवस्था रखने की कवायद जारी रही और कोविड वार्ड भी बनाया गया है। यहां आसपास जिलों से भी मरीज भर्ती किए गए हैं और उपचार किया जा रहा है।
सैफई स्थित उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में कोविड से जुड़ी व्यवस्थाओं का जायजा और समीक्षा करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन का प्रोटोकॉल जारी हो गया है। मुख्यमंत्री के पहली बार सपा संरक्षण मुलायम सिंह यादव के गढ़ सैफई आगमन को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। वहीं जिला प्रशासन की भी तैयारियां तेज हो गई हैं। अपर जिलाधिकारी जय प्रकाश ने आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं में सुधार कराया है।
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प्रोटोकॉल के अनुसार मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर शनिवार की सुबह 11 बजे मेडिकल यूनिवर्सिटी के हेलीपैड पर उतरेगा। इसके बाद मुख्यमंत्री जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक और स्वास्थ्य अफसरों के साथ बैठक करके मेडिकल यूनिवर्सिटी में व्यवस्थाओं को लेकर समीक्षा करेंगे, साथ ही कोरोना की तीसरी लहर की तैयारियों के बाबत भी जानकारी हासिल करेंगे। बैठके बाद वह आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय का निरीक्षण करके स्वास्थ्य सेवाओं का जयजा लेंगे और फिर प्रेस वार्ता भी करेंगे। दोपहर करीब दो बजे वह कानपुर के लिए रवाना हो जाएंगे।