उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में जहरीली शराब पीने से एक बड़ी संख्या में हुई मौतों के बाद हड़कंप मच गया है। जिससे भड़के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाराजगी और सख्ती का प्रदेश में एक बड़ा असर देखने को मिल रहा है।
सीएम योगी के निर्देश पर में अगले 15 दिनों तक अवैध शराब के कारोबारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का बड़े स्तर पर अभियान शुरू कर दिया गया है। प्रदेश के सभी 75 जिलों में पुलिस और आबकारी विभाग की संयुक्त टीमों द्वारा सरकारी ठेकों के स्टॉक की चेंकिग के साथ न सिर्फ अवैध शराब से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी के लिये ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है। बल्कि इस दौरान अवैध शराब से जुड़े लोगों के खिलाफ तत्काल मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भी भेजा जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय आर. भूसरेड्डी के मुताबिक ‘बीते दिनों अलीगढ़ में हुई जहरीली शराब से मौत के मामले में अवैध शराब से जुड़े कारोबारियों द्वारा देशी शराब की बोतलों में जहरीली शराब बेचे जाने की जानकारी सामने आई है।
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जिसे देखते हुए सीएम योगी ने एक विशेष अभियान चलाकर अवैध शराब माफियाओं के खिलाफ NSA और गैंगेस्तर के तहत कार्रवाई कर उनकी संपत्ति कुर्क करने के निर्देश दिये है। जिसके तहत उत्तर प्रदेश के गृह और आबकारी विभाग द्वारा प्रदेश के सभी कमिश्नर, DIG, DM और SP/SSP को 15 दिवसीय विशेष प्रवर्तन अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है।
ACS आबकारी संजय आर. भूसरेड्डी के मुताबिक SDM, CO और आबकारी अधिकारियों की संयुक्त टीमों द्वारा न सिर्फ पूरे प्रदेश की आबकारी विभाग की शराब की दुकानों और ठेकों के स्टॉक के बार और QR कोड की चेकिंग की जा रही है। बल्कि अवैध शराब के कारोबारियों के खिलाफ भी बड़े स्तर पर कार्रवाई की जा रही है। जिसके तहत एक ओर जहां शराब कांड के 24 घंटे के अंदर 11795 लीटर अवैध शराब बरामद कर 79455 किलो लहन को नष्ट कर दिया गया है।
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भूसरेड्डी ने बताया कि प्रदेश भर में 403 मुकदमे दर्ज किए गए है, जबकि अवैध शराब से जुडे 203 लोगों को गिरफ्तार करने के साथ उनके 9 वाहनों को भी जब्त कर लिया गया है। और साथ ही मिर्जापुर की एक सरकारी शराब की दुकान में बिना QR कोड के 53 पव्वे बरामद करके संबंधित शराब की दुकान का लाइसेंस निरस्त करते हुए संबंधित ठेकेदार के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।