उन्नाव। उत्तर प्रदेश में उन्नाव के बिहार क्षेत्र में पत्रकार की संदिग्ध मौत के मामले में नामजद महिला दरोगा और एक सिपाही को निलंबित कर दिया गया है वहीं पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री योगी परिवार को पत्र लिख कर सुरक्षा की गुहार लगायी है।
पुलिस सूत्रों ने शनिवार को बताया कि पत्रकार सूरज पाण्डेय का रेलवे ट्रैक पर शव मिलने के मामले में मृति की मां लक्ष्मी पाण्डेय की तहरीर पर पुलिस ने बिहार थाने में तैनात महिला दरोगा सूनीता चौरसिया और महिला थाने में एसओ के ड्राइवर सिपाही अमर सिंह पर मुकदमा दर्ज किया था। हत्या की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद ही आरोपी महिला दरोगा और सिपाही अपनी तैनाती स्थल से बिना बताए गायब हो गये थे। बिना बताए गायब होने को लेकर पुलिस अधीक्षक ने दोनो लोगों को निलंबित कर दिया है।
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साथ ही पत्रकार की मौत मामले का सच सामने लाने के उद्देश्य से मामले की जांच के लिए सीओ सिटी गौरव त्रिपाठी के नेतृत्व में एक टीम गठित कर निष्पक्ष जांच के लिए निर्देशित किया है। घटना के दो दिन बाद भी गिरफतारी न होने पर मृतक पत्रकार की मां ने सीएम को पत्र भेजकर परिवार की सुरक्षा और दोषियों की गिरफतारी की मांग की है।
अपर पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार पाण्डेय ने बताया कि पुलिस अधीक्षक ने रेलवे ट्रैक के पास मिले मृत पत्रकार के शव मामले और फिर परिजनों की तहरीर पर दर्ज हुए 302, 120 बी, 506 के मुकदमें की विवेचना और निष्पक्ष जांच के लिए सीओ सिटी गौरव त्रिपाठी के नेतृत्व में टीम गठित की है।
उन्होंने बताया कि मामले में आरोपी महिला एसआई सुनीता चौरसिया और सिपाही अमर सिंह के तैनाती स्थल से बिना बताए अनुपस्थित होने पर अनुशासन हीनता मानते हुए पुलिस अधीक्षक ने निलंबित कर दिया है।
पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार शव में पाये गये जख्म हादसे की तरफ इशारा कर रहे है। परिजनो की तहरीर पर मामला पंजीकृत किया गया है। सभी बिदुओं पर गहनता से विवेचना की जा रही है। विवेचना के आधार पर सम्पूर्ण प्रकरण में कार्यवाही की जायेगी।