टीके की कमी के बावजूद उत्तर प्रदेश में 18 से 44 साल वाले युवाओं के टीकाकरण अभियान को और गति देते हुये योगी सरकार ने सोमवार से 18 की बजाय 23 जिलों में वैक्सीनेशन की कार्यवाही का फैसला किया है।
अधिकृत सूत्रों ने शुक्रवार को दावा किया कि उत्तर प्रदेश वैक्सीनेशन के मामले में देश का नम्बर वन राज्य बन गया है। 45 वर्ष से अधिक और 18-44 आयु वर्ग के 1,14,67,023 लोगों को अब तक पहली डोज और 31,16,480 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगा दी गई है। यूपी में अब तक एक करोड़ 45 लाख 83 हजार 503 कोविड वैक्सीन एडमिनिस्टर किये गये हैं। 18 नगर निगमों में 18-44 आयु वर्ग के 3,15,532 लोगों को टीका लगाया जा चुका है।
यूपी में सोमवार से टीकाकरण का अगला चरण शुरू होने जा रहा है। जिसमें 23 जिलों में 18-44 आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण होगा जो अब तक 18 जिलों में चल रहा था।
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योगी सरकार का वैक्सीन की उपलब्धता बनाए रखने पर पूरा जोर है। कोविड वैक्सीन के संबंध में उसने ग्लोबल टेंडर जारी किया है। सरकार बीमारी से रोकथाम के लिये 40 मिलियन दवाओं की डोज की उपलब्धता बनाकर रखना चाहती है। प्रदेश के लोगों को लगातार कोरोना का टीका लगता रहे इसके लिये सरकार ने वैक्सीन निर्माताओं को 20 करोड़ रुपये का एडवांस दिया है। इस बड़ी धनराशि से प्रदेश में एक करोड़ वैक्सीन मंगाई गई है। स्टेट प्लेन भेजकर 50-50 लाख टीके के डोज मंगवाने में भी यूपी ने अन्य राज्यों को काफी पीछे छोड़ दिया है। बच्चों के टीकाकरण को लेकर भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गंभीर है। उनकी ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में भी वैक्सीनेशन की रफ्तार को लगातार बढ़ाया जा रहा है।
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उन्होने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिये हैं कि प्रदेश का एक भी नागरिक कोविड टीका-कवर से वंचित न हो, इसके लिए विशेष प्रबंध किये जाएं। निरक्षर, दिव्यांग, निराश्रित अथवा अन्य जरूरतमंद लोगों का टीकाकरण किया जाए। इसके लिये कॉमन सर्विस सेंटर पर टीकाकरण पंजीयन की सुविधा दी जाए। उन्होंने कहा है कि वैक्सीन सेंटर तय करते समय यह ध्यान रखें कि स्थल पर प्रतीक्षालय हेतु खुला स्थान हो, कोविड प्रोटोकॉल का भी पालन हो सके।