उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों उपमुख्यमंत्री सहित कई मंत्री कोविड संक्रमण काल में आम लोगों की सेवा में जुटे हुए हैं, जिसकी सभी स्थानों पर सराहना हो रही है।
उत्तर प्रदेश में कोविड के बढ़ते कदम को रोकने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरे प्रदेश के दौरे पर रहे और आगे भी दौरा कर सकते हैं। मुख्यमंत्री के दौरे पर निकलने से जिलेवार प्रशासनिक अधिकारियों में स्फूर्ति आ गई है।
लखनऊ में उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा, कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन लगातार विभागीय अधिकारियों से वार्ता कर कोविड की स्थिति पर चर्चा कर रहे हैं। नगर विकास विभाग द्वारा स्वच्छता कार्य की प्रतिदिन आशुतोष टंडन स्वयं मॉनिटरिंग कर रहे हैं। कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक ने तो गांधी भवन में जरूरतमंद लोगों के लिए भोजनालय ही शुरू करा दिया है। इसके साथ ही वह अपने आवास से जरूरतमंद लोगों में राशन सामग्री का वितरण भी कर चुके हैं।
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उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य कोविड फंड में सहायता राशि भेजवाने के साथ ही निरंतर उत्तर प्रदेश के अधिकारियों से कोविड नियंत्रण पर वार्ता कर रहे हैं।
मंत्री सुरेश खन्ना कोविड अस्पतालों में निरीक्षण कर रहे है और विशेष स्थिति में आवश्यक दिशा निर्देश भी दे रहे हैं। उनके चिकित्सकीय टोली के साथ बैठने से मनोबल भी बढ़ रहा हैं।
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कैबिनेट मंत्री मोती सिंह अपने आवास पर जन समस्याओं को सुनते हुए उसके निस्तारण के लिए सक्रिय हैं। इस दौरान कोविड से जुड़े मामले भी उनके पास बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। जिसमें वह सम्बंधित जनपद के अधिकारी से बातचीत कर मदद कराने की कोशिश कर रहे हैं।
कोविड संक्रमण की स्थिति में शहर से लेकर गांव तक उप्र सरकार के विभिन्न मंत्रियों द्वारा कुछ ना कुछ सेवा कार्य हो रहे हैं और इससे जुड़ी चर्चाएं भी जोर शोर पर हैं। इसके साथ ही एक चर्चा यह भी है कि कुछ सरकार के मंत्री अपने क्षेत्र में अभी तक दिखाई नहीं पड़े हैं।