लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी सदस्यों की टोपियों पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि विभिन्न रंग की टोपियां ड्रामा कंपनी की तरह लगती हैं। ढाई साल का बच्चा टोपी पहने व्यक्ति को गुंडा समझता है।
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योगी ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष पगड़ी पहनकर आते तो मैं आपका स्वागत करता। मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद विपक्षी सदस्य भड़क गए है। इस मामले में समाजवादी पार्टी के एमएलसी सुनील सिंह साजन ने ट्वीट कर अब जवाबी हमला बोला है।
सपा एमएलसी सुनील सिंह साजन ने ट्वीट किया है कि सदन में लाल, पीली, नीली, हरी टोपी वालों को देख जिन्हें नाटक कंपनी याद रही है। उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि रावण ने भी एक योगी का भेष बदल कर सिया का अपहरण कर लिया था। सत्ताधीन हर बेहरुपीये को रावण का अंत याद रखना चाहिए।”
सदन में लाल, पीली, नीली, हरी टोपी वालों को देख जिन्हें नाटक कंपनी याद रही है उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि रावण ने भी एक योगी का भेष बदल कर सिया का अपहरण कर लिया था। सत्ताधीन हर बेहरुपीये को रावण का अंत याद रखना चाहिए। pic.twitter.com/bKhAb5s5AG
— Sunil Singh Yadav (@sunilyadv_unnao) February 24, 2021
सीएम ने अज्ञेय की पंक्ति का जिक्र किया
इस दौरान सीएम योगी ने सदन में अज्ञेय की पंक्तियों के जिक्र किया- ‘सर्प तुम कभी नगर नहीं गए, नहीं सीखा तूने वहां बसना, तो फिर कहां से विष पाया, कहां सीखा डासना।’ सीएम ने कहा कि राज्य के प्रति सिर्फ सत्ता पक्ष का ही नहीं विपक्ष का भी दायित्व है। एनसीआरबी के आंकड़ों को तोड़-मरोड़ कर प्रदेश को बदनाम करते हैं। राज्यपाल का कम से कम महिला होने के नाते सम्मान किया जाना था।
अयोध्या जाने से नेता प्रतिपक्ष को क्यों डर लगता है?
साथ ही उन्होंने कहा कि सदन में हुई चर्चा में शामिल सभी सदस्यों का स्वागत करता हूं। नेता प्रतिपक्ष अपने घर बलिया भी सीधे नहीं जाते। नेता प्रतिपक्ष को पता नहीं क्यों अयोध्या जाने से डर लगता है? नेता प्रतिपक्ष के बीमार होने पर हमने खुद लगातार संवाद किया। बीमारी के चलते ही मैंने उनसे सदन में कम बोलने का निवेदन किया था।