उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में फाजिलनगर ब्लॉक के सुमही बुजुर्ग गांव की मतदाता सूची में गड़बड़ी का मामला प्रकाश में आने के बाद आरोपी बीएलओ को बर्खास्त करने की सिफारिश करते हुए उसके खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश दिया है।
कसया के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पूर्ण वोरा ने आज यहां बताया कि पंचायत चुनाव के लिए बनाई जा रही मतदाता सूचियों का प्रथम प्रकाशन हो चुका है। इस पर आपत्तियां लेकर अब अंतिम सूची का प्रकाशन होना है। फाजिलनगर ब्लाक के सुमही बुजुर्ग गांव में बीएलओ का कार्य रोजगार सेवक लोकमान अंसारी कर रहे थे।
गांव के मधुबन सिंह, शेषनाथ मिश्र, ग्राम प्रधान सुनील कुमार सिंह आदि ने उन्हें प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया था कि बीएलओ द्वारा 14 वर्ष से लेकर 17 वर्ष तक के किशोरों को भी मतदाता बना दिया है।
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आरोप है कि बीएलओ अपनी पत्नी को चुनाव लड़ाना चाहता है। उन्होंने बताया कि वह पिछले पंचायत चुनाव में ग्राम प्रधान पद का प्रत्याशी भी रह चुका है। बीएलओ द्वारा अपने मजरे के तीन वार्ड से करीब चार सौ नए मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में जोड़ दिया है। जिसमें कई नाम पड़ोसी गांव व पड़ोसी प्रांत बिहार के भी हैं।
श्री वोरा ने बताया कि पिछले सप्ताह आरोपी बीएलओ लोकमान अंसारी को हटा दिया था। जांच के दौरान यह बात सामने आयी थी कि पूर्व बीएलओ ने फर्जी आधार नंबर व नाम-पते से जो मतदाता बनाए हैं उसमें से कई छठीं व सातवीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चे हैं।
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उन्होंने बताया कि मामले की जानकारी तीन दिन पहले हुई थी। शिकायतों की ब्लाक व राजस्व कर्मियों से जांच कराई गई है। जांच के दौरान आरोप सही पाए गए। तत्कालीन बीएलओ को बर्खास्त करने और केस दर्ज कराने का निर्देश दिया गया है।
इस बीच एडीओ पंचायत मजरूल हक ने बताया कि इस मामले में वरिष्ठ अफसरों के निर्देश पर उनकी अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी बनी है। कमेटी जल्द जांच कर अगली कार्रवाई के लिए रिपोर्ट अधिकारियों को भेजेगी।