प्रयागराज। तीर्थराज प्रयाग के संगम तट पर लगे माघ मेले (Magh Mela) vका बीते शनिवार को महाशिवरात्रि के साथ समापन हो गया। इन 44 दिनों तक संगम तीरे लगे माघ मेले में इस वर्ष लगभग नौ करोड़ से अधिक श्रद्धालु पहुंचे हैं, जो माघ मेले का अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है।
उल्लेखनीय है कि योगी सरकार ने इस साल संगम किनारे आयोजित आस्था के सबसे बड़े सालाना धार्मिक और सांस्कृतिक समागम माघ मेले को महाकुम्भ 2025 के रिहर्सल के तौर पर आयोजित करने का निर्णय लिया था। इसको भव्य बनाने के लिए सरकार ने अब तक का माघ मेले का सबसे बड़ा बजट भी आवंटित किया। सीएम खुद इस आयोजन की मॉनिटरिंग करते रहे। सरकार का यह प्रयास सफल भी रहा।
माघ मेला पुलिस प्रभारी राजीव नारायण मिश्रा के मुताबिक़ इस बार के माघ मेले (Magh Mela) में 9 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई है। माघ मेले में अब तक दर्ज की गई श्रद्धालुओं की यह सबसे बड़ी संख्या है जो अपने आप में एक कीर्तिमान है। इसके पूर्व माघ मेला में चार करोड़ 30 लाख श्रद्धालु पहुंचे थे।
शिवाजी जयंती पर JNU में बवाल, आपस में भिड़े ABVP और लेफ्ट कार्यकर्ता
संगम किनारे 44 दिन तक चले इस आयोजन में करोड़ों की संख्या में आए श्रद्धालुओं की वजह से माघ मेले (Magh Mela) में इस साल बड़ा कारोबार भी हुआ है। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र गोयल के मुताबिक इस बार माघ मेले में लगभग 156 करोड़ का व्यापार हुआ है। इसके अलावा प्रयागराज के माघ मेले की वजह से वाराणसी, अयोध्या और विंध्याचल जैसे तीर्थों में भी तीर्थ स्थल के आसपास के इलाकों में कारोबार की स्थिति मजबूत हुई है। महेंद्र गोयल यह भी बताते हैं कि माघ मेला के इस आयोजन में 2 लाख से अधिक लोगों को अस्थाई रोजगार मिला, जो एक बड़ी उपलब्धि है।