Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

कांग्रेस स्व़यं को समाप्त कर रही है और आरोप भाजपा पर लगाती है : सुशील मोदी

susheel modi

सुशील कुमार मोदी

पटना। बिहार के उप मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं के भाजपा से मिलीभगत होने के श्री राहुल गांधी के आरोपों पर आज कहा कि कांग्रेस अपने पुनर्जीवन के अवसर स्व़यं खोती है और भाजपा पर विपक्ष को समाप्त करने का अनर्गल आरोप लगाती है।

श्री मोदी ने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर ट्वीट कर कहा, ” पहले राहुल गांधी और प्रियंका गांधी परिवार के बाहर से कांग्रेस अध्यक्ष बनाने के विचार देकर त्यागी की छवि बनाते हैं। जब उनके बयान पर भरोसा कर 23 सीनियर लोग सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखते हैं, तो उसे भाई-बहन मिलकर “विद्रोह” बता देते हैं।”

योगी सरकार ने सात आईपीएस को सहायक पुलिस अधीक्षक पद पर किया तैनात

भाजपा नेता ने कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र का यह सुनियोजित वध था, जिसे बाकायदा कार्यसमिति की बैठक में अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने पुनर्जीवन के अवसर स्व़यं खोती है और भाजपा पर विपक्ष को समाप्त करने का अनर्गल आरोप लगाती है। बिहार में राबड़ी सरकार बचाने के लिए श्री लालू प्रसाद से हाथ मिला कर भी कांग्रेस ने आत्मघात ही किया था।

श्री मोदी ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के निर्देश पर राजधानी के निकट बिहिटा में कोरोना चिकित्सा को समर्पित 500 बेड के अत्याधुनिक अस्पताल का उद्घाटन हुआ। नये अस्पताल को सेना के 115 डाक्टर सम्भालेंगे और सभी सेवाएँ मुफ्त होंगी। अगले सप्ताग इसी तरह का विशिष्ट कोविड अस्पताल मुजफ्फरपुर में प्रारम्भ होगा।

सोनू सूद ने विराट-सचिन के बल्लों की मरम्मत करने वाले अशरफ चौधरी की ऐसे की मदद

भाजपा नेता ने आगे कहा कि कांग्रेस जिस पीएम केयर फंड पर सवाल उठाती रही, उससे बिहार को ये दोनों विशिष्ट अस्पताल मिले। उन्होंने कहा कि राफेल विमान सौदे और पीएम केयर फंड, दोनों मुद्दों पर कांग्रेस को सुप्रीम कोर्ट में मुहँ की खानी पड़ी। बाकी कसर जनता की अदालत पूरी करेगी।

श्री मोदी ने एक अन्य ट्वीट कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के शासन वाले राजस्थान, पंजाब, महाराष्ट्र जैसे राज्यों के मुकाबले बिहार कोरोना संक्रमण से निपटने में ज्यादा सफल रहा । जांच का दायरा लगातार बढाने और इलाज में तेजी लाने से संक्रमितों के ठीक होने की दर 82 फीसद हो गई, जो राष्ट्रीय औसत से 07 फीसद ज्यादा है।

एक लाख से ज्यादा लोग कोरोना को हराने में सफल हुए। संक्रमण की दर घट कर मात्र 02 प्रतिशत रह गई। उन्होंने कहा कि विपक्ष को न कोरोना संक्रमण से निपटने में सरकार के प्रयास दिखते हैं, न बिजली, सड़क, महासेतु जैसे ढांचागत विकास।

Exit mobile version