Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

कांग्रेस ने सत्ता की लालसा में अजमल से हाथ मिलाया : अमित शाह

अमित शाह Amit Shah

अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि उसने असम में  सत्ता की लालसा  में बदरुद्दीन अजमल के एआईयूडीएफ से हाथ मिलाया है।

शाह ने 15-16वीं सदी के संत श्रीमंत शंकरदेव के जन्मस्थल बोरदुवा में एक जनसभा में कहा कि राज्य में सत्ता प्राप्ति का कांग्रेस का   लालच   पूरा नहीं होगा और भाजपा असमी पहचान की प्रतीक अपनी सहयोगी असम गण परिषद के साथ विधानसभा चुनाव में दो-तिहाई बहुमत से जीत दर्ज करेगी।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस अजमल के साथ हाथ मिलाकर सुरक्षा उपलब्ध कराने की बात करती है। यह केवल सत्ता की लालसा की वजह से है कि उसने अजमल से हाथ मिलाया है।

शाह ने असम से राज्यसभा सदस्य मनमोहन सिंह का संदर्भ देते हुए कहा,  कांग्रेस ने राज्य से निर्वाचित प्रधानमंत्री होने के बावजूद असम को हिंसा और घुसपैठ से मुक्त कराने के लिए कुछ भी नहीं किया।  लोकसभा सदस्य अजमल के आॅल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) का बंगाली भाषा बोलने वाले असमी मुसलमानों में खासा प्रभाव है।

हाईटेक जालसाज गिरफ्तार, फिंगर प्रिंट का क्लोन बनाकर खाते से उड़ाते दे रुपए

असम के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गर्इं विभिन्न योजनाओं का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि लोग सात साल में भाजपा सरकार द्वारा किए गए कार्यों और कांग्रेस सरकारों द्वारा 70 साल में किए गए कार्यों की राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव में तुलना करेंगे।  शाह ने आरोप लगाया कि संशोधित नागरिकता कानून विरोधी प्रदर्शनों के मद्देनजर बने दल कांग्रेस की मदद कर रहे हैं जिसने विदेशियों के खिलाफ असम आंदोलन को दबाने के लिए गोलियां चलाई।

उन्होंने कहा कि ये दल इसलिए बनाए गए हैं, ताकि वे भाजपा के वोट काट सकें और कांग्रेस की मदद कर सकें, लेकिन वे सफल नहीं होंगे।  केंद्रीय गृह मंत्री ने आरोप लगाया कि राज्य में कांग्रेस के नेता चुनाव के दौरान ही दिखते हैं और बाद में वे निहित स्वार्थ साधने के लिए नई दिल्ली में सत्ता के गलियारों में चक्कर लगाने में व्यस्त हो जाते हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी असम तथा पूर्वाेत्तर के विकास के लिए सबकुछ करेंगे और इसी वजह से प्रधानमंत्री ने पिछले पांच साल में कम से कम 35 बार पूर्वाेत्तर के विभिन्न राज्यों का दौरा किया है। शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री क्षेत्र को प्रगति के पथ पर आगे ले जाना चाहते हैं तथा इसे भ्रष्टाचार, हिंसा और घुसपैठ से मुक्त बनाना चाहते हैं।  उन्होंने कहा कि जो कांग्रेस अब असमी पहचान बहाल करने की बात कर रही है, उसने एक सींग वाले गेंडों को बचाने के लिए कुछ नहीं किया जो असम की पहचान से जुड़े हैं।

भारत-नेपाल बार्डर पर डेढ़ करोड़ की चरस के साथ नेपाली महिला तस्कर गिरफ्तार

शाह ने कहा कि मोदी असम को बार-बार की बाढ़ से मुक्ति दिलाना चाहते हैं जिससे हर साल बड़े पैमाने पर नुकसान और विस्थापन होता है।  उन्होंने कहा,   उपग्रह से ली गर्इं तस्वीरों की मदद से पानी का रुख मोड़कर तालाब बनाने के लिए स्थानों की पहचान की जाएगी। मैं असम के लोगों से अपील करता हूं कि असम में एक बार फिर भाजपा की सरकार बनाएं और मैं आपको आश्वासन देता हूं कि अगले पांच साल में हम राज्य को वार्षिक बाढ़ की समस्या से मुक्त कर देंगे।

गृह मंत्री ने श्रीमंत शंकरदेव की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने 500 साल से अधिक समय पहले असम को शेष देश से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी जिसकी वजह से महात्मा गांधी ने टिप्पणी की थी कि वही वह व्यक्ति थे जिन्होंने राज्य में  राम राज्य  की शुरुआत की।   उनकी यह प्रेरक भावना पुनर्जिवित की जायेगी।

शाह ने पिछले साल 26 दिसंबर को अपने गुवाहाटी दौरे के दौरान बोरदुवा में बताद्रवा थान के सौंदर्यीकरण की रिमोट के माध्यम से आधारशिला रखी थी।

Exit mobile version