बांके बिहारी के दर्शन के बाद प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल ने चुनावी शंखनाद के साथ सामाजिक परिवर्तन रथयात्रा की आगाज किया। पहले ही दिन उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़ी गहमा-गहमी उस वक्त देखने को मिली जब कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रियंका गांधी के सलाहकारों में शामिल आचार्य प्रमोद कृष्णम शिवपाल सिंह से मिलने पहुंचे और बधाई दी। थोड़ी ही देर में वे रथयात्रा में सवार भी हो गए। कांग्रेस के दिग्गज नेता के शिवपाल सिंह यादव के साथ रथ में सवार होने पर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। आचार्य प्रमोद कृष्णम के शिवपाल से मिलने के बाद नए राजनीतिक समीकरण का संकेत मिल रहा है।
प्रसपा की सामाजिक परिवर्तन रथयात्रा को समर्थन करने आए कांग्रेस नेता एवं धर्म गुरु प्रमोद कृष्णम ने कहा कि उत्तरप्रदेश की सरकार अधर्म के रास्ते पर चल पड़ी है। इस अधर्म के रास्ते पर चल पड़ी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए शिवपाल ने रथयात्रा शुरू की है। प्रमोद कृष्णम ने बताया कि शिवपाल यादव से उनके निकटतम संबंध हैं और वह कल्कि आश्रम से भी जुड़े हुए हैं। उनकी सफलता के लिए शुभकामनाएं देने आया हूं। इस दौरान उनसे जब प्रसपा और कांग्रेस के नेताओं के मिलने पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश में जनता दुखी है, किसानों को कुचला जा रहा है, जिन नेताओं पर जिम्मेदारी थी वह कहीं नजर नहीं आ रहे। सड़क पर जो नजर आ रहा है वह या तो प्रियंका नजर आ रहीं हैं या फिर शिवपाल।
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प्रमोद कृष्णम ने कहा कि राजनीति संभावनाओं का क्षेत्र है। लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि उत्तरप्रदेश की सरकार को हटाने के लिए समान विचारधारा के लोग एक साथ आ कर प्रदेश को इस अधार्मिक, अनैतिक , असंवैधानिक, अलोकतांत्रिक, तानाशाही सरकार को 2022 में उखाड़ फेकेंगे। कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि अखिलेश यादव से जो उम्मीद थी, उस पर वह खरे नहीं उतरे हैं। जमीन पर कहीं नजर नहीं आ रहे। गठबंधन के सवाल पर कहा कि यह भविष्य तय करेगा।