बेंगलुरु: कर्नाटक कांग्रेस विधायक कोथुर मंजूनाथ ने ऑपरेशन सिंदूर के असर पर संदेह जताकर विवाद खड़ा कर दिया है। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों और सैन्य ढांचे को निशाना बनाया गया था।
श्री मंजूनाथ ने ऑपरेशन के नतीजों पर संदेह जताया और मारे गए आतंकवादियों की संख्या और पाकिस्तानी आतंकवादी ढांचे को हुए नुकसान की सीमा पर असंगत रिपोर्टों की ओर इशारा किया है।
“क्या उन्होंने पुष्टि की है कि कम से कम 100 आतंकवादी मारे गए हैं? वे आतंकवादी कौन थे जिन्होंने हमारी सीमा पार की? उनकी पहचान क्या है? सीमा पर कोई सुरक्षा क्यों नहीं थी? वे कैसे भाग गए?” विधायक ने आतंकवाद के मूल कारणों को संबोधित करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला और सुझाव दिया कि ऑपरेशन खुफिया चूक को दर्शाता है।
उनकी टिप्पणी की विभिन्न हलकों से तीखी आलोचना हुई, विरोधियों ने उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा प्रयासों और सशस्त्र बलों के बलिदान को कमजोर करने का आरोप लगाया। ऑपरेशन के समर्थकों ने चेतावनी दी कि इस तरह के सार्वजनिक संदेह से सेना का मनोबल गिर सकता है और संवेदनशील राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दों का राजनीतिकरण हो सकता है।
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दूसरी ओर कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर ने शुक्रवार को राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति राज्य की प्रतिबद्धता दोहराई और केंद्र के आतंकवाद विरोधी प्रयासों का समर्थन किया तथा विधायक के बयान से पूरी तरह किनारा कर लिया है।
ऑपरेशन सिंदूर पर संदेह जताने वाली श्री मंजूनाथ की विवादास्पद टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर डॉ़ परमेश्वर ने कहा “ मैंने बयान नहीं देखा है, लेकिन हम राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में केंद्र सरकार और सशस्त्र बलों के साथ खड़े हैं।”