कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देश पर उत्तर प्रदेश समेत देश भर में फोन टैपिंग के मामले को लेकर कांग्रेस सड़क पर उतरी है। इसी कड़ी में गुरुवार को लखनऊ में विरोध प्रदर्शन करने निकले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय लल्लू को हिरासत में ले लिया गया है। इसके साथ ही 150 पार्टी कार्यकर्ताओं को भी हिरासत में लेकर रिजर्व पुलिस लाइन ले जाया गया है।
अजय लल्लू को घर में PAC ने किया नजरबंद, मोदी-योगी मुरादाबाद के नारे लगाते हुए निकले बाहर प्रदर्शन करने के ऐलान के बाद से ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय लल्लू को उनके डालीबाग स्थित बहुखंडी सरकारी आवास में बुधवार शाम 6:00 बजे से ही नजरबंद कर दिया गया।
PAC समेत स्थानीय पुलिस ने डेरा डाले रही। वहीं, लखनऊ के विभिन्न थाना क्षेत्रों में रहने वाले कांग्रेस के पदाधिकारियों और नगर अध्यक्ष गुरुवार सुबह अजय लल्लू के आवास के बाहर डटे रहे। देखते ही देखते मंत्री आवास छावनी परिसर में तब्दील हो गया।
पुलिस की एक टीम 11 मंजिल पर स्थित लल्लू के फ्लैट के बाहर भी खड़ी हो गई। इस बीच भारी कार्यकर्ताओं के साथ लल्लू मोदी, योगी मुरादाबाद के नारे लगाते हुए करीब 10:30 बजे आवास से बाहर आ गए। वह बिल्डिंग से नीचे परिसर में पहुंचे तो पहले से मुस्तैद पुलिस वालों ने घेर लिया। पुलिस का घेरा तोड़ने के प्रयास में कार्यकर्ताओं से काफी धक्का-मुक्की हुई। मगर भारी संख्या में मौजूद पुलिस बल ने लल्लू के हुजूम को गेट तक नहीं पहुंचने दिया।
खींचकर गाड़ी में भर लिए गए लल्लू
पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाकर लल्लू बहुखंडी आवास के गेट के पास खड़े हो गए। लाठियां बरसने के डर से कार्यकर्ताओं ने लल्लू के चारों तरफ घेरा बना लिया। मगर इस घेरे को तोड़कर पुलिस ने लल्लू का हाथ पकड़कर घसीट लिया। पुलिस की गाड़ी में भरकर लेकर चली गई। इसके बाद करीब 150 कार्यकर्ताओं ने भी हिरासत में ले लिया गया।