नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार मिली है। इसके बाद कांग्रेस बिहार में बड़ा बदलाव करने का विचार कर रही है। कांग्रेस आलाकमान ने बिहार में पार्टी प्रभारी के तौर पर काम कर रहे शक्ति सिंह गोहिल को हार का दोषी बता रही है। खबर है कि जल्द ही बिहार का प्रभार राहुल गांधी के बेहद करीबी रणदीप सिंह सुरजेवाला को दिया जा सकता है।
बिहार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी आरजेडी समेत कई पार्टियों के साथ महागठबंधन करके चुनाव लड़ी थी। इस चुनाव में कांग्रेस को सिर्फ 19 सीटें ही हासिल हुई थी, जबकि बिहार में खुद पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जनसभाएं और रैलियां की थीं। बिहार में 243 सीटों पर हुए विधनसभा चुनाव में एनडीए ने 125 सीटें हासिल कर पूर्ण बहुमत प्राप्त किया था, वहीं विपक्षी महागठबंधन को इस चुनाव में 110 सीटें मिली थीं।
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हार की समीक्षा के बाद फैसला
कांग्रेस पार्टी बिहार में विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद के परिणाम की समीक्षा कर रही है। फिलहाल शक्ति सिंह गोहिल बिहार में पार्टी प्रभारी हैं। गोहिल को 2018 में सीपी जोशी के जगह बिहार कांग्रेस का प्रभारी बनाया गया था। इसके बाद भी बिहार में कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत खराब रहा है। इसलिए अब आलाकमान एक बार फिर राज्य में बदलाव करने का विचार कर रही है। कांग्रेस के मीडिया प्रभारी एचके वर्मा ने बताया कि बिहार में बदलाव करने का फैसला पार्टी के शिखर नेतृत्व के हाथ में है। वहीं सूत्रों के हवाले से जानकारी मिल रही है कि आने वाले समय में राहुल गांधी के करीबी रणदीप सिंह सुरजेवाला को बिहार में प्रभारी पद के लिए चुना जा सकता है।
कांग्रेस में उठे सवाल
पिछले कुछ सालों से कांग्रेस पार्टी को ज्यादातर चुनावों में हार का सामना करना पड़ा है। समय-समय पर पार्टी के अंदर से बगावत के सुर उठते रहे हैं। बिहार चुनाव में हार मिलने के बाद भी पार्टी के सीनियर नेता कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद भी शिखर नेतृत्व पर सवाल खड़े करते दिखे। पार्टी में महासचिव पद पर प्रियंका गांधी वाड्रा और अध्यक्ष पद के लिए सोनिया गांधी को अब पार्टी के अंदर नहीं पसंद किया जा रहा है।