आगरा की फायरब्रांड कांग्रेस नेत्री भाजपा का खुलकर विरोध करते-करते अचानक भाजपाई हो गईं। रविवार को उनके निवास पर हुई ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड के उलेमाओं की बैठक के बाद उन्हें महिला विंग का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किया गया और उन्होंने मथुरा कृष्ण जन्मभूमि को आबे जम जम (मक्का मदीना का पवित्र जल) पिलाने का ऐलान किया।
पुलिस उनके घर पहुंची तो वो घर से गायब मिलीं और सोमवार को उनके द्वारा लखनऊ में उन्होंने लक्ष्मी कांत बाजपेयी और स्वतंत्र देव के द्वारा भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। उनके इस कदम के बाद आगरा की राजनीति में हलचल मच गई है।
बता दें कि शबाना खंडेलवाल ने हिन्दू व्यक्ति से शादी की थी। उनके पति हत्या के मुकदमे में आगरा जिला जेल में बंद थे और कुछ समय पहले कोरोना कॉल की दूसरी लहर में उनके पति की मृत्यु हो गयी थी। उस समय उन्होंने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे।
शबाना खंडेलवाल काफी समय से कांग्रेस की फायरब्रांड नेत्री के रूप में जानी जाती हैं। वर्तमान में वो कांग्रेस प्रदेश कार्यकारिणी में पदाधिकारी थीं। महिलाओं के हक के लिए लड़ने के लिए उनके द्वारा बनाई गई पीली सेना शहर में काफी मशहूर है।
हमेशा भाजपा के विरोध में रहने वाली कांग्रेस नेत्री शबाना खंडेलवाल अचानक मुस्लिम समारोहों में दिखाई देना शुरू हुई थीं। उन्होंने ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड की महिला विंग का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद मथुरा जन्मभूमि को आबे जमजम से धोने का बयान दिया और फिर घर से गायब हो गयीं।
पुलिस और अन्य जगह उनके मथुरा जाने की अफवाह भी उड़ गई। सोमवार दोपहर अचानक उनके भाजपा में शामिल होने की खबर और तस्वीरें शहर में चर्चा का विषय बन गयी। उनसे संपर्क करने का प्रयास किया गया पर उनका नम्बर बंद होने के कारण बातचीत नहीं हो पाई है।
शबाना खंडेलवाल के द्वारा भाजपा ज्वाइन करने के बाद कांग्रेसी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं और भाजपा के राजनैतिक गलियारों में उनके नाम की चर्चा शुरू हो गयी है। माना जा रहा है की मुस्लिम वोटों का तुष्टीकरण और आगामी चुनाव में बदलाव की बहार भी नजर आ सकती है।