दुनियाभर के मुल्कों को आतंक से परेशान करने वाला पाकिस्तान इस बार खुद ही परेशान हो उठा है। दरअसल, पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा को मारने की साजिश रची गई, लेकिन इसे समय रहते ही टाल दिया गया। इस साजिश का खुलास होने के बाद से ही पाकिस्तान में हड़कंप मचा हुआ है। माना जा रहा है कि अगर बाजवा की हत्या कर दी गई होती तो पाकिस्तान में हालात बिगड़ सकते थे। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) के एक्टिविस्ट अमजद अयूब मिर्जा ने ये दावा किया है।
अमजद अयूब मिर्जा ने अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए वीडियो में कहा कि रेडियो हिमालया का खुफिया क्लेडेस्टाइन नेटवर्क पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में रहते हुए वहां की खुफिया जानकारी जुटाता है।
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इसने ही अपने खुफिया सूत्रों से इस बात की जानकारी दी कि बाजवा पर हमला किया जाना था, लेकिन इससे पहले ही ऐसा करने वाले अधिकारियों और जवानों को गिरफ्तार कर लिया गया। मिर्जा ने बताया कि शनिवार रात 10 बजे पाकिस्तानी आर्मी के 14 अफसर, 22 एसएसजी कमांडो और 30 फौजियों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना की इंवेस्टिगेशन ब्रांच ने इन लोगों को गिरफ्तार किया है।
मिर्जा के मुताबिक, इन अधिकारियों की योजना था कि जब जनरल बाजवा POK के उन इलाकों का दौरा करेंगे, जहां भारत पर हमला करने के लिए खुफिया हथियार रखे गए हैं, तभी उनकी हत्या की जाएगी। प्लान के मुताबिक, एसएसजी के कमांडो बाजवा को घेरेंगे और फिर उन्हें गोलियों से भून देंगे।
मिर्जा ने बताया कि बाजवा को मारने की साजिश जबरदस्ती रिटायर करवाए गए फौजी और उनके दोस्तों ने बनाया था। ये लोग बाजवा से नाराज चल रहे हैं, क्योंकि सेना से 1700 फौजियों को हटाया गया है। उनकी पेंशन भी रद्द कर दी गई है और उन्हें दी गई जमीन भी उनसे वापस ले ली गई है।
POK के एक्टिविस्ट ने बताया कि जिन लोगों की गिरफ्तारी हुई है। उसमें 14 अफसर शामिल हैं। इन 14 अफसरों में चार मेजर हैं, जिनमें से दो के ताल्लुक मिलिट्री इंटेलिजेंस से हैं और दो के रिश्ते ISI से हैं। वहीं, तीन लेफ्टिनेंट कर्नल हैं, इसमें से एक का ताल्लुक सेंट्रल कमांडर, एक का इंजीनियर्स कोर और एक के रिश्ते 17 डिविजन से हैं।
उन्होंने बताया कि दो फुल कर्नल हैं, जिसमें से एक का संबंध मिलिट्री ऑपरेशन के डायरेक्ट्रेट से है और दूसरे का वेपन एंड इक्विपमेंट डायरेक्ट्रेट से है। इसके अलावा, दो ब्रिगेडियर भी गिरफ्तार किए गए हैं। साथ ही चार मेजर जनरल भी हिरासत में लिए गए हैं।