कानपुर। गुजैनी थाना क्षेत्र में बुधवार को सिपाही के बेटे अजीत यादव ने पिस्टल से गोली मारकर आत्महत्या (Suicide) कर ली। वह प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था और कई सालों से उसका इलाज मनोचिकित्सक से चल रहा था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच में जुट गई।
अंबेडकरनगर निवासी शिवप्रकाश यादव उत्तर प्रदेश पुलिस में मुख्य आरक्षी है। इन दिनों वह कानपुर कमिश्नरेट के पनकी थानाक्षेत्र की पीआरवी 0710 में तैनात है। परिवार में पत्नी कमलेश कुमारी, बेटे अजीत यादव और अभिषेक उर्फ छोटू यादव हैं। इसी मकान में शिवप्रकाश के छोटे भाई सेना में तैनात सूबेदार अजय पाल यादव का भी परिवार रहता है। अजय पाल यादव इन दिनों छुट्टी में घर पर ही था।
शिवप्रकाश ने बताया कि 24 वर्षीय बेटा अजीत प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था और असफल होने पर मानसिक अवसाद ग्रस्त हो गया था, जिसका इलाज मनोचिकित्सक के यहां चल रहा था। इसको लेकर हम लोग उसे अधिक कुछ नहीं कहते थे। आज जब मैं ड्यूटी पर था तभी बेटे अजीत का फोन आया और कहा कि मैं अब जीना नहीं चाहता। उन्होंने इस पर कहा गया कि बेटा जो तुम चाहते हो वह सब कुछ होगा और ऐसा न करना। इसी बीच गोली की आवाज सुनाई दी और उसने भाई अजय पाल के पिस्टल से गोली मारकर आत्महत्या (Suicide) कर ली।
घटना की जानकारी होते ही एसीपी नौबस्ता अभिषेक कुमार पाण्डेय मौके पर फोर्स के साथ पहुंचे। फोरेंसिक टीम ने सूबेदार की पिस्टल को बरामद कर लिया और शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एसीपी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है, फिलहाल जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक युवक नौकरी को लेकर परेशान चल रहा था।